देहरादून-48 अध्यापकों ने लिया ऑनलाइन प्रशिक्षण, शिक्षा के इन तथ्यों पर दिया जोर

देहरादून-आनन्दम् पाठ्यचर्या के अंतर्गत 17-18 जून को अध्यापकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 10 विद्यालयों में वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में आनंदम पाठ्यचर्या के अंतर्गत शिक्षा के उद्देश्यों, ध्यान की प्रक्रिया, कहानी, गतिविधि एवं अभिव्यक्ति पर
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देहरादून-48 अध्यापकों ने लिया ऑनलाइन प्रशिक्षण, शिक्षा के इन तथ्यों पर दिया जोर

देहरादून-आनन्दम् पाठ्यचर्या के अंतर्गत 17-18 जून को अध्यापकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 10 विद्यालयों में वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में आनंदम पाठ्यचर्या के अंतर्गत शिक्षा के उद्देश्यों, ध्यान की प्रक्रिया, कहानी, गतिविधि एवं अभिव्यक्ति पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

देहरादून-48 अध्यापकों ने लिया ऑनलाइन प्रशिक्षण, शिक्षा के इन तथ्यों पर दिया जोर

इस दौरान 48 अध्यापकों द्वारा प्रशिक्षण लिया गया। प्रशिक्षण में प्रदीप रावत संयुक्त निदेशक एससीईआरटी, बीपी मंदोली नोडल अधिकारी, आशिमा डिमरी, प्रेमलता सजवाण , मनीषा रावत, पवन चतुर्वेदी ड्रीम, ड्रीम एवं शशांक शिक्षालोकम ने प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षुकों द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण की सराहना की गई। साथ ही बताया कि यह पहला मौका है जब रिसोर्स पर्सन सीधे अध्यापकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं जिससे संप्रेषण का ह्रास नहीं हुआ है।

सीमा जौनसारी निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण द्वारा कार्यक्रम की महत्ता को इंगित कर आनंद पाठ्यचर्या के क्रियान्वयन पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान भी आनंद पाठ्यचर्या के क्रियान्वयन से विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को लाभ हुआ है। शिक्षक आजकल अपने परिवार एवं बच्चों के साथ अपने घर में इसका क्रियान्वयन करें।