देहरादून-108 एंबुलेंस कर्मियों का फूटा गुस्सा, फिर ऐसी हुई कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की झड़प

देहरादून-प्रदेश में एक तरफ बेरोजगार आंदोलन कर रहे है तो दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी। हर तरफ धरना-प्रदर्शन का माहौल है। लंबे समय से धरने पर बैठे 108 एंबुलेंस सेवा कर्मियों का आज गुस्सा फूट गया। आज कर्मचारियों ने सचिवालय में कूच करने निकले तो पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस बीच कर्मचारियों और
 | 
देहरादून-108 एंबुलेंस कर्मियों का फूटा गुस्सा, फिर ऐसी हुई कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की झड़प

देहरादून-प्रदेश में एक तरफ बेरोजगार आंदोलन कर रहे है तो दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी। हर तरफ धरना-प्रदर्शन का माहौल है। लंबे समय से धरने पर बैठे 108 एंबुलेंस सेवा कर्मियों का आज गुस्सा फूट गया। आज कर्मचारियों ने सचिवालय में कूच करने निकले तो पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस बीच कर्मचारियों और पुलिस में झड़प हुई।
कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें नई कंपनी कैंप में समायोजित किया जाए। उन्हें पहले के बराबर वेतन दिया जाय। पहले वह जहां तैनात थे वहीं तैनाती दी जाय। नई कंपनी में अनुभवहीन कर्मचारियों को भर्ती न किया जाए। नई कंपनी के साथ भी पहले के जैसा ही अनुबंध किया जाए।

देहरादून-108 एंबुलेंस कर्मियों का फूटा गुस्सा, फिर ऐसी हुई कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की झड़प

मांगे पूरी ने होने पर गुस्साएं कर्मी

लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने पर कर्मचारियो ने मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस बीच हंगामे के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया लेकिन वह भाग निकले। अब पुलिस कर्मचारियों को पकडक़र दोबारा हिरासत में लेने की तैयारी में है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद को ज्ञापन भेजकर इच्छा मृत्यु देने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि 11 वर्ष की सेवा के बाद उन्हें हटा दिया गया। पिछले कई दिनों के आंदोलन के बावजूद सरकार उनके समायोजन में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।