हल्द्वानी- मैदान में धराशायी हुई पहाड़ एक्सप्रेस, सेना भर्ती में 250 के ग्रुप में केवल इतने युवा निकाल पाये दौड़

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क- आज से शुरू हुई आर्मी रैली में पहाड़ से हजारों युवा हल्द्वानी पहुंचे। प्रवेश के लिए सुबह से ही लंबी लाइन लग गई। यह लाइन थी बेरोजगार युवकों की जज्बा था रोजगार पाने का तो पहाड़ से उतर आये मैदान पर। आज आर्मी भर्ती के पहले दिन बागेश्वर के युवाओं की भर्ती
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हल्द्वानी- मैदान में धराशायी हुई पहाड़ एक्सप्रेस, सेना भर्ती में 250 के ग्रुप में केवल इतने युवा निकाल पाये दौड़

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क- आज से शुरू हुई आर्मी रैली में पहाड़ से हजारों युवा हल्द्वानी पहुंचे। प्रवेश के लिए सुबह से ही लंबी लाइन लग गई। यह लाइन थी बेरोजगार युवकों की जज्बा था रोजगार पाने का तो पहाड़ से उतर आये मैदान पर। आज आर्मी भर्ती के पहले दिन बागेश्वर के युवाओं की भर्ती रैली थी। पहाड़ में रोजगार का पहला माध्यम माने सेना भर्ती के लिए बागेश्वर करीब 3600 युवाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से 3150 युवा सेना में भर्ती शामिल हुए। सुबह चार बजे से ही युवाओं का आर्मी गेट पर जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। करीब साढ़े पांच बजे से अभ्यर्थियों का प्रवेश शुरू किया गया। इस बार नौ बजे से दौड़ शुरू की गई। भर्ती के लिए पहुंचे करीब साढ़े तीन हजार युवाओं की 250-250 के समूह में दौड़ कराई जा रही है। हैरानी की बात यह रही कि एक ग्रुप से केवल 20 युवा की दौड़ निकाल पाये। कई युवा पहले राउंड में ही धराशायी हो गये।

हल्द्वानी- मैदान में धराशायी हुई पहाड़ एक्सप्रेस, सेना भर्ती में 250 के ग्रुप में केवल इतने युवा निकाल पाये दौड़

दो युवकों की हालत खराब, एक भर्ती

वहीं युवाओं की दौड़ के दौरान हालात खराब हो गई। जिसके बाद सेना के जवानों ने उनका उपचार किया और एक युवक को बेस में भर्ती किया गया। गौरतलब है कि हल्द्वानी में सेना की सीधी भर्ती रैली हो रही है। दौड़ के लिए 400 मीटर का ट्रैक बनाया गया था, अभ्यर्थियों ने 1.6 किमी की दौड़ चार चक्कर में पूरी की। कर्नल बिनेश नायर ने बताया कि दौड़ में पास अभ्यर्थियों का शारीरिक परीक्षण चल रहा है। शारीरिक परीक्षण में चेस्ट, हाइट, बीम, लंबी कूद व जिगजैग पास करना होगा। इसमें सफल युवाओं का डॉक्यूमेंट जांच के बाद मेडिकल टेस्ट होगा। लेकिन जिस तरह से आज पहाड़ के युवा दौड़ में हांफते नजर आये उससे साफ होता है कि पहाड़ का युवा नशे के अलावा अपने खानपान में भी बदलाव कर चुका है। जिससे सेना भर्ती में पहाड़ के तेजतर्रार हुए धराशायी होते नजर आये।