COVID-19: जाने कोरोना को लेकर फैली हुई अफवाहों की सच्चाई, ऐसे ही न करें विश्वास

राखी गंगवार। न्यूज टुडे नेटवर्क कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर आए दिनों कोई न कोई खबरें प्रचलित होती रहती हैं जिनके कारण आम जनता को भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आज हम इन मिथकों (Myths) की सच्चाई के बारे में बात करेंगे। गले को तर रखने से नहीं होता है कोरोना वायरस
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COVID-19: जाने कोरोना को लेकर फैली हुई अफवाहों की सच्चाई, ऐसे ही न करें विश्वास

राखी गंगवार। न्यूज टुडे नेटवर्क

कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर आए दिनों कोई न कोई खबरें प्रचलित होती रहती हैं जिनके कारण आम जनता को भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आज हम इन मिथकों (Myths) की सच्चाई के बारे में बात करेंगे।

COVID-19: जाने कोरोना को लेकर फैली हुई अफवाहों की सच्चाई, ऐसे ही न करें विश्वास

  1. गले को तर रखने से नहीं होता है कोरोना वायरस

    पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन डब्ल्यूएचओ या किसी अन्य स्वास्थ्य एजेंसी ने ऐसी कोई सलाह नहीं दी है। कि गला सूखा न रखने से कोरोना नहीं होता है इस दावे का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

  2. कोरोना संक्रमण से बचाती है भोजन में काली मिर्च

    काली मिर्च स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है, और भोजन का स्वाद भी बनाती है। लेकिन वैज्ञानिकों ने अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं दिया है कि भोजन में काली मिर्च का प्रयोग करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।

  3. तिल का तेल लगाने से कोरोना वायरस नहीं करता है शरीर में प्रवेश

    तिल का तेल लगाने से कोरोना वायरस से बचाव नहीं होता है। इस बात का कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है। किसी भी सुनी सुनाई बातों पर विश्वास न करें।

  4. कोरोना वायरस से उच्च तापमान करता है बचाव

    उच्च तापमान कोरोना वायरस को फैलने से रोकता है। और उच्च तापमान के संपर्क में आने से कोरोना खत्म हो जाता है। इसका अभी तक कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। साथ ही गर्म मौसम वाले देशों में भी कोरोना के मामले मिल रहे हैं।

किसी भी सुनी सुनाई या फॉरवर्ड (forward) बातों पर विश्वास न करें। मास्क (Mask) लगाएं घरों पर ही रहे बाहर जाने पर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करें। अपने हाथों को बार-बार सैनिटाइज (sanitize) करें या साबुन से धोएं। घरों पर रहें सुरक्षित रहें।