COVID-19: कोरोना महामारी के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें खास ध्यान

आए दिन कोरोना वायरस से संक्रमण (Corona Virus Infection) के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसकी वजह से पूरी दुनिया खौफ में है। खासकर, गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) के लिए यह समय और भी ज़्यादा तनावपूर्ण है। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण से हो रही मौतों के कारण इस वक्त गर्भवती महिलाएं आशंकित
 | 
COVID-19: कोरोना महामारी के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें खास ध्यान

आए दिन कोरोना वायरस से संक्रमण (Corona Virus Infection) के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसकी वजह से पूरी दुनिया खौफ में है। खासकर, गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) के लिए यह समय और भी ज़्यादा तनावपूर्ण है। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण से हो रही मौतों के कारण इस वक्त गर्भवती महिलाएं आशंकित महसूस कर रहीं हैं कि जब उनका बच्चा दुनिया में आएगा तो हालात कैसे होंगे। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने साफ साफ बताया है कि कोरोना का संक्रमण गर्भवती महिलाओं के जरिए बच्चे में नहीं फैल सकता। फिर भी दुनियाभर के डॉक्टरों (Doctors) की सलाह है कि गर्भवती महिलाएं एहतियात बरतें।
COVID-19: कोरोना महामारी के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें खास ध्यान
महिलाएं जरूर रखें इसका ध्यान
विशेषज्ञ (Specialist) कहते हैं कि जो महिलाएं बच्चों को जन्म दे रही हैं, वे उन्हें जरूर दूध (Milk) पिलाएं क्योंकि वह बच्चे के लिए एंटीबॉडी (Antibody) का काम करता है। दूध पिलाने से पहले मां अपना हाथ बीस सेकंड तक धो लें और बाद में भी हाथ साफ करे।

फोन पर भी ले सकती हैं सलाह
अस्पताल (Hospital) में बार-बार जाने की बजाय संभव हो तो फोन (Phone) के जरिए डॉक्टर के संपर्क में रहें। अमेरिका की ‘सोसायटी ऑफ मैटरनल फीटल मेडिसिन’ (Society of Maternal Fetal Medicine) का कहना है कि ऐसे समय में रूटीन अल्ट्रासाउंड (routine ultrasound) भी कम होने चाहिए।

संक्रमित मां से बच्चे को नहीं है कोरोना का खतरा
‘जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (Journal of American Medical Association)’ के मुताबिक, कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला से भ्रूण (Infant) में संक्रमण फैलने का खतरा नहीं होता। साथ ही प्रसव के दौरान अगर बेहद सावधानी बरती जाए तो संक्रमण नवजात तक नहीं फैल सकता। विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि स्वस्थ मां से पैदा नवजात को भी इस समय बेहद सावधानी से पालने की जरूरत है क्योंकि अगर उस तक संक्रमण के कण पहुंचते हैं तो उसकी जान के लिए खतरा होगा।

संक्रमण से बचने के लिए सतर्क रहें
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स (American College of Obstetrician and Gynecologist) के अनुसार, अभी तक कोविड-19 (COVID-19) के आंकड़ों से पता लगा है कि गर्भवती महिलाओं को वायरस होने का ज्यादा खतरा नहीं होता। हालांकि, गर्भावस्था के कारण शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जिससे शरीर का प्रतिरोधी तंत्र भी संवेदशनशील बन जाता है। इस कारण ऐसे समय में गर्भवती को विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है ताकि वह कोरोना के संक्रमण से बची रहें।

स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें
संक्रमण से खुद को बचाने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धुलती रहें। परिवार के अन्य सदस्यों से सामाजिक दूरी (social distancing) बनाकर रखें। इस नियम का पालन कराने में परिवार के सदस्यों से सहायता मांगें। घर के बाहर जाकर न टहलें और घर में ही चहलकदमी करती रहें।

आशा बहन की भी ले सकती हैं मदद
इन दिनों प्रसव के लिए महिला को गांव से अस्पताल तक ले जाना बड़ी चुनौती है। सुरक्षित प्रसव के लिए आशा बहन (ASHA sister) या स्थानीय दाई की भी सहायता ले सकते हैं। ब्रिटेन में लॉकडाउन (lockdown in Britain) के दिनों में घर में सुरक्षित प्रसव कराने की पहल पर काम किया जा रहा है।

स्त्रोत – WHO, Journal of American Medical Association and Society of Maternal-fetal Association

यहाँ भी पढ़े

COVID-19: आपदा से लड़ने को ‘मुख्यमंत्री पीड़त सहायता कोष’ में मदद की अपील