COVID-19: केजीएमयू व कोरिया मिलकर प्रोटीन से करेंगे कोरोना का इलाज, शोध के लिए आईसीएमआर को भेजा प्रस्ताव
केजीएमयू और कोरिया (KGMU and Korea) के मेडिकल रिसर्च संस्थान (Medical Research Institute) मिलकर कोरोना का इलाज करेंगे। अब कोरोना मरीजों (Corona Patients) का इलाज प्रोटीन से होगा। केजीएमयू पैथोलॉजी ने रिसर्च करके इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को भेज दिया है। साथ ही डॉक्टरों ने इस पर जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद भी जताई है।
केजीएमयू पैथोलॉजी विभाग (KGMU Pathology Department) ने बताया कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है, और फेफड़ों में पानी भरने लगता है जिसके कारण निमोनिया हो जाता है। कोरिया के वैज्ञानिकों ने कोरोना मरीजों पर रिसर्च कर यह पाया है कि यह सारी परेशानी ऐंजियो टेनिसन कनवर्टर एग्जाम (Angio tennis converter exam) के असंतुलन से होता है।और एंजाइम प्रोटीन है जो जीवित कोशिकाओं के भीतर उत्प्रेरक के रूप में काम करता है।
कोरिया ने प्रोटीन-प्रोटीन एनीवीटर (Protein-protein developer) तैयार किया है। जो कोरोना वायरस (Corona Virus) को खत्म करने में कारगर साबित हो रहा है। लेकिन अभी यह शोध दूसरे चरण में है। अभी इसका प्रभाव करोना मरीजों के खून पर देखा जाएगा। सफलता मिलने के बाद ही मरीजों पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा। इंजेक्शन के रूप में आने वाली है प्रोटीन-प्रोटीन एनीवीटर कोरिया का रिसर्च संस्थान उपलब्ध कराएगा