COVID-19: आप भी जान लीजिये कोरोना से जुड़ी सभी बातें

कोरोना वायरस (Corona Virus) एक संक्रामक रोग है, जो इंसानों और जानवरों (Humans & Animal) में हो सकता है। इसका संबंध विषाणुओं के एक ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। COVID-19 कोरोना वायरस का आधिकारिक नाम है। यह नाम विश्व
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COVID-19: आप भी जान लीजिये कोरोना से जुड़ी सभी बातें

कोरोना वायरस (Corona Virus) एक संक्रामक रोग है, जो इंसानों और जानवरों (Humans & Animal) में हो सकता है। इसका संबंध विषाणुओं के एक ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।

COVID-19: आप भी जान लीजिये कोरोना से जुड़ी सभी बातें

  • COVID-19 कोरोना वायरस का आधिकारिक नाम है। यह नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organizations) ने दिया है।
  • COVID-19 के सबसे आम लक्षण बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं। कुछ रोगियों में नाक बहना, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है।
  • COVID-19 पीड़ित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। अगर कोई COVID-19 पीड़ित व्यक्ति खांसता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदें आसपास की वस्तुओं और सतहों पर उतरती हैं। जब लोग इन वस्तुओं या सतहों को छूते हैं और उसके बाद अपने आंख, नाक या मुंह को छू लेते हैं तो यह सक्रमण उनमें भी फैल सकता है।
  • नियमित तौर पर अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं। उस व्यक्ति से कम से कम तीन फीट की दूरी बनाकर रखें, जो खांस रहा है या छींक रहा है। अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें। सुनिश्चित करें कि आप और आपके आस-पास के लोग अच्छी श्वसन स्वच्छता का पालन करें। इसका मतलब है कि खांसी या छींक आने पर अपनी मुड़ी हुई कोहनी या रूमाल से अपने मुंह और नाक को ढंकना।फिर इस्तेमाल किए गए रूमाल को तुरंत फेंक दें। इसके अलावा आप मास्क का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने की सलाह दे सकते हैं। यदि आप अपने आप को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, जैसे कि बुखार, कफ या सांस लेने में परेशानी है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
  • COVID-19 को पकड़ने की कितनी संभावना है यह निर्भर करता है कि आप कहां हैं और विशेष रूप से उस जगह के आस-पास जहां COVID-19 का प्रकोप हो। अधिकांश स्थानों के अधिकांश लोगों के लिए COVID-19 की चपेट में आने का जोखिम अभी भी कम है। इसलिए बेहतर है कि बेवजह कहीं भी आने-जाने से बचें और खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में तो न ही जाएं।
  • COVID-19 संक्रमण के कारण बीमारी आम तौर पर हल्की होती है, खासकर बच्चों और वयस्कों के लिए। हालांकि, यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। हर पांच में से एक व्यक्ति जो इसकी चपेट में आता है, उसे अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता होती है।
  • गंभीर बीमारी विकसित होने का खतरा किसे हैं यह साफ तौर पर नहीं कह सकते हैं, लेकिन अभी तक के शोध के मुताबिक,  COVID-19 वृद्धों और उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी, कैंसर या मधुमेह से जूझ रहे लोगों को दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी पकड़ने का खतरा है।
  • एंटीबायोटिक्स वायरस के खिलाफ काम नहीं करते हैं, वे केवल बैक्टीरिया (जीवाणु) के संक्रमण पर काम करते हैं। COVID-19 वायरस के कारण होता है, इसलिए उसपर एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते हैं। एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल COVID-19 की रोकथाम या उपचार के साधन के रूप में नहीं किया जाना चाहिए।
  • COVID-2019 को रोकने या इससे संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए कोई टीका या दवा अभी तक नहीं बनी है, लेकिन इसका इलाज ढूंढा जा रहा है।
  • हालांकि COVID-19 SARS दोनों ही सांस की समस्या से संबंधित हैं, लेकिन उनके कारण होने वाली बीमारियां काफी अलग हैं।
  • यदि आप COVID-19 के लक्षणों (विशेष रूप से खांसी) के साथ बीमार हैं या किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, जो COVID-19 से पीड़ित है, तो मास्क जरूर पहनें। डिस्पोजेबल फेस मास्क का उपयोग केवल एक बार किया जा सकता है। यदि आप बीमार नहीं हैं या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में नहीं हैं, जिसे खांसी या सर्दी-जुकाम हो तो मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।
  • मास्क को छूने से पहले हाथों को साबुन और पानी से साफ करें। इसके बाद मास्क लें और यह सुनिश्चित करें कि वो सीधा है या नहीं। फिर मास्क को अपने मुंह और नाक के पास ले जाएं और दोनों किनारों पर बनी पट्टी को अपने दोनों कानों में लगा लें। इसके बाद जब भी आप मास्क उतारें तो उसे डस्टबिन में डाल दें और साथ ही आंख, नाक और मुंह छूने से पहले हाथ फिर से साबुन से अच्छी तरह धो लें।
  • ‘ऊष्मायन अवधि’ का अर्थ है वायरस को पकड़ने और बीमारी के लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय। COVID-19 की ऊष्मायन अवधि के अधिकांश अनुमान 1-14 दिनों तक होते हैं, आमतौर पर लगभग पांच दिन तक। बाकी अभी इसपर शोध चल रहे हैं।कोरोना वायरस का एक बड़ा परिवार है, जो जानवरों में आम है। कभी-कभी, लोग इन वायरस से संक्रमित हो जाते हैं जो बाद में अन्य लोगों में फैल सकता है। इससे अपने आप को बचाने के लिए जीवित जानवरों के बाजारों का दौरा न करें और जानवरों के सीधे संपर्क में आने से बचें।
  • अभी तक इस बात के प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोई पालतू जानवर जैसे कि बिल्ली और कुत्ते COVID -19 से संक्रमित हुए हों और वो वायरस को फैला सकते हैं।
  • यह निश्चित नहीं है कि COVID -19 का वायरस कब तक सतहों पर जीवित रहता है, लेकिन यह अन्य वायरस की तरह ही व्यवहार करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि कोरोनावायरस कुछ घंटों या कई दिनों तक सतहों पर बना रह सकता है। यह अलग-अलग स्थितियों (उदाहरण के लिए सतह, तापमान या वातावरण की आर्द्रता) के तहत भिन्न हो सकता है।
  • एक संक्रमित व्यक्ति की वाणिज्यिक वस्तुओं के दूषित होने की संभावना कम है और वायरस के पकड़ने का जोखिम भी।
  • COVID-2019 के खिलाफ निम्नलिखित उपाय प्रभावी नहीं हैं, ये हानिकारक हो सकते हैं।

    . धूम्रपान

    . कई मास्क एक साथ पहनना

    . एंटीबायोटिक्स लेना

    किसी भी मामले में यदि आपको बुखार है, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है, तो अधिक गंभीर संक्रमण विकसित करने के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें और साथ ही उसे अपनी हाल में की गई यात्रा की भी जानकारी जरूर दें।

साभार- विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन

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न्‍युज टूडे नेटवर्क द्वारा जनहित में जारी