COVID-19: कोरोना वायरस की वैक्सीन हो चुकी है तैयार, जल्द ही अमेरिका देगा इलाज की अनुमति

इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Corona virus) से सहमी हुई है। दिन प्रतििदिन कोरोनावायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लेकिन अमेरिका से एक अच्छी खबर आ रही है। अमेरिका में कोरोना वायरस का टीका तैयार हो चुका है। वैज्ञानिकों (Scientists) ने इस टीके (Vaccination) से कोरोना वायरस को खत्म करने में सफलता हासिल की है। चार देशों में इसके क्लिनिकल ट्रायल (Clinical Trials) के शानदार नतीजे आए हैं। अमेरिकी सरकार जल्द इसके टीके तैयार करने की मंजूरी दे सकती है।
चीन, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका में इस वैक्सीन का सफल परीक्षण हुआ
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेशन (Center for Division Control and Prevention) के अनुसार अमेरिकी सांइटिस्टों ने क्लोरोक्वीन और हाड्रोक्सिक्लोरोक्वीन (Chloroquine & Hydroxychloroquine) के जोड़ से एक टीका तैयार किया है। अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food & Drug Adminstration) ने इस टीके के क्लीनिकल ट्रायल (Clinical trial) को मंजूरी दे दी है। पिछले एक महीने से इस टीके के ट्रायल चीन, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका में सफल रहा है। जिन मरीजों का इलाज इस टीके से किया गया है उनमें काफी प्रभावी नतीजे मिले हैं।

अमेरिका जल्द ही शुरू कर सकता है इसका इलाज
अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस को खत्म करने में इस नए टीके ने सफलता हासिल की है। हालांकि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन किसी भी टीके को मंजूरी देने में काफी लंबा समय लगाता है। लेकिन वैश्विक चुनौती और हालात देखते हुए अगले कुछ दिनों में इसे इलाज के लिए हरी झंड़ी मिलने की उम्मीद है। वैज्ञानिको का कहना है कि सार्स (SARS) को खत्म करने में इस दवा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बार इस टीके में कोरोना वायरस के जेनेटिकल कोड (Genetical Code) के हिसाब से बदलाव किए गए हैं। कोरोना वायरस से लड़ने में इस टीके के नतीजे काफी आशाजनक हैं। बताते चलें कि कोरोना वायरस, सार्स का ही बिगड़ा रूप है।

टीका मिलते ही भारत करेगा इसका इसतेमाल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Central Health Ministry) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अगर किसी टीके को अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से मंजूरी मिल जाती है तो हम बिना देरी किए तुरंत भारत में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। अमूमन भारत में किसी नई दवा को इलाज में लाने से पहले लंबे प्रोसेस से गुजरना होता है। सामान्य प्रोसेस (General Process) में मंजूरी मिलने में 2-3 महीने भी लग जाते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के टीके को बिना देरी मंजूरी मिलेगी। बताते चलें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने देश में अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का फैसला किया है।