हल्द्वानी- पंचायत चुनाव की मतगणना हुई शुरू, प्रदेश में 33882 प्रत्याशियों का भविष्य जनता के हाथों
Panchayat Election 2019, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नैनीताल जिले में विभिन्न पदों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा खुलना शुरु हो गया है। हल्द्वानी के एचएन इंटर कॉलेज रामपुर रोड में सुबह आठ बजे से मतगणना प्रारंभ हो चुकी है। भारी पुलिस बल तैनाती के साथ मतगणना प्रक्रिया की जा रही है। बता दें कि हल्द्वानी ब्लॉक के ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, जिला पंचायत सदस्य और वार्ड मेंबर की मतगणना के लिए 25 टेबल लगाई गई है। अब देखना यह होगा कि जनता ने किसके हाथों अपने विकास की डोर थमाई है।
प्रदेश में 33882 प्रत्याशी आजमा रहे भाग्य
हरिद्वार को छोड़कर पंचायत चुनाव में 33882 प्रत्याशी प्रदेश भर में अपना भाग्य आजमा रहे है। मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है। सबसे पहले ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य पदों के नतीजे आएंगे। क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य पदों के परिणाम आने में कुछ वक्त लगेगा। पंचायत चुनाव के तहत 12 जिलों के 89 विकासखंडों की 7485 ग्राम पंचायतों में तीन चरणों में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए पांच, 11 व 16 अक्टूबर को मतदान हुआ था। 89 ब्लाक मुख्यालयों में मतगणना शुरू हो गई है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट के अनुसार मतगणना के लिए रिजर्व में भी बड़ी संख्या में कार्मिक रखे गए हैं। मतगणना स्थलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त भट्ट ने बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे से प्रारंभ हो गई है। सबसे पहले ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य पदों के परिणाम मिलेंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पदों का क्षेत्र बड़ा होने के कारण इनके नतीजे मिलने में थोड़ा वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत सदस्य पदों के नतीजों की घोषणा जिला निर्वाचन अधिकारी करेंगे, जबकि शेष पदों के निर्वाचन की घोषणा विकासखंडों में निर्वाचन अधिकारी करेंगे।
आयोग की वेबसाइट पर नतीजे
राज्य निर्वाचन आयुक्त के अनुसार पंचायत चुनाव के नतीजों की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से भी ली जा सकती है। इसमें सुबह से गणना से संबंधित अपडेट जानकारी मिलने लगेगी। वेबसाइट में ग्रामप्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पदों के परिणाम प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके अलावा आयोग की वेबसाइट से मोबाइल एप भी डाउनलोड किया जा सकता है।