कालाढूंगी पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएए और एनआरसी को लेकर विपक्ष पर ऐसे साधा निशाना

Kaladungi News, जनता को नागरिकता संशोधन कानून के मायने समझाने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत खुद कालाढूंगी पहुंचे। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के समर्थन में देशव्यापी अभियान शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में भी भाजपा नेता और कार्यकर्ता द्वारा रैली व जुलूसों के माध्यम से आमजन तक पहुंचकर
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कालाढूंगी पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएए और एनआरसी को लेकर विपक्ष पर ऐसे साधा निशाना

Kaladungi News, जनता को नागरिकता संशोधन कानून के मायने समझाने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत खुद कालाढूंगी पहुंचे। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के समर्थन में देशव्‍यापी अभियान शुरू कर दिया है। उत्‍तराखंड में भी भाजपा नेता और कार्यकर्ता द्वारा रैली व जुलूसों के माध्‍यम से आमजन तक पहुंचकर इस कानून के मायने समझयें जा रहे हैं।

कालाढूंगी पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएए और एनआरसी को लेकर विपक्ष पर ऐसे साधा निशाना

इसके प्रचार-प्रसार के लिए पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर मुख्‍यमंत्री तक जुटे हैं। इसी क्रम में उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री त्रिवेन्‍द्र सिंह रावत सीएए के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने के लिए कालाढ़ूंगी पहुंचे हैं। कालाढूंगी के रामलीला मैदान में आयोजित सभास्‍थल पर सीएम ने हेलीकॉप्‍टर लैंड किया जिसके बाद वे सीधे मंच पर पहुंच गए। मैदान में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी रही। इस दौरान एसएसपी सुनील कुमार मीणा सुरक्षा व्यवस्था में जुटे दिखाई दिये।

जनता को भ्रमित करने का काम कर रही विपक्ष

इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर विपक्ष शुरू से ही हमलावर रहा है। देशभर में हुए तमाम-विरोध प्रदर्शनों में इसके खिलाफ आवाज मुखर हुई। कई राज्‍यों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। हिंसा की घटनाओं के लिए सरकार ने सीधे तौर पर विपक्ष के लोगों को जिम्‍मेदार ठहराया। ऐसे में अब सत्‍तापक्ष ने सीएए को लेकर जनता के बीच में जाने का तय किया है, जिससे कानून को लेकर यदि लोगों में कुछ भ्रांतियां हैं तो उसका समाधान किया जा सके। सरकार शुरू से कहती आ रही है सीएए लोगों को नागरिकता देने का कानून है न कि नागरिकता लेने का। विपक्ष इस बात को लेकर जनता में भ्रम फैला रही है। ऐसे में लोगों में जरूरत है लोगों के आशांओं के समाधान की।