चीन ने इस्लाम पर बनाया नया कानून, नमाज, दाढ़ी और हिजाब को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, कानून तोड़ने पर जेल

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : इस्लाम को समाजवादी रंग में लाने के लिए चीनी सरकार ने नया कानून पारित किया है। जिसके तहत इस्लाम में बदलाव लाने की कोशिश की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस नए कानून के अनुसार आगामी पांच साल मे इस्लाम को चीन के समाजवाद मे बदलने का प्रयास किया
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चीन ने इस्लाम पर बनाया नया कानून, नमाज, दाढ़ी और हिजाब को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, कानून तोड़ने पर जेल

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : इस्लाम को समाजवादी रंग में लाने के लिए चीनी सरकार ने नया कानून पारित किया है। जिसके तहत इस्लाम में बदलाव लाने की कोशिश की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस नए कानून के अनुसार आगामी पांच साल मे इस्लाम को चीन के समाजवाद मे बदलने का प्रयास किया जाएगा। चीन सरकार ने ऐसा कानून बनाया है, जिसके अंतर्गत अगले 5 सालों में इस्लाम को चीन के समाजवाद के हिसाब से खुद को ढालना होगा। हाल ही के सालों में चीन ने धार्मिक समूहों को देश के समाजवाद के अनुसार ढालने का अभियान चलाया है।

चीन ने इस्लाम पर बनाया नया कानून, नमाज, दाढ़ी और हिजाब को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, कानून तोड़ने पर जेल

चीन के अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने बताया, ‘आठ इस्लामिक संघों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक के बाद सरकारी अधिकारियों ने इस्लाम को समाजवाद के अनुकूल करने और धर्म के क्रिया-कलापों को चीन के हिसाब से करने के कदम को लागू करने के लिए सहमति व्यक्त की।’

हिजाब पहने पकड़े जाने पर जेल

वहीं मामले को लेकर समाचार ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि हालिया वर्षों में धार्मिक समूहों के साथ धर्म को चीन के संदर्भ में ढालने के लिए अभियान चलाया गया है। बता दें कि चीन के कुछ हिस्सों मे इस्लाम धर्म के क्रिया कलापो पर रोक है। अगर इन इलाको में मुस्लिम शख्स दाढी रखने या फिर हिजाब पहने पकड़े जाने पर जेल जाना पड़ सकता है। कुछ समय पहले चीन ने अपने देश की मस्जिदों के ऊपर लाउडस्पीकर हटाकर पांच स्टार वाला लाल रंग का झंडा (राष्ट्रीय ध्वज) लगाए जाने का भी आदेश दिया था। सरकार का कहना था कि मस्जिदों में राष्‍ट्रीय ध्वज लहराने से मुसलमानों में देशप्रेम की भावना बढ़ेगी और वे एक आदर्श नागरिक बनेंगे।

चीन ने इस्लाम पर बनाया नया कानून, नमाज, दाढ़ी और हिजाब को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, कानून तोड़ने पर जेल

चीन में मुसलमानों की आबादी की बात की जाएं तो यहां करीब 2 करोड़ मुस्लिम है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कार्यकाल में सीक्यांग जैसे इलाकों में उइगर मुसलमानों पर काफी सख्ती बरती गई है। दरअसल, बीजिंग उइगर मुसलमानों के अलगावादी और चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त होने का संदेह जताता रहा है। इसी के चलते यहां मुस्लिमों के खिलाफ इतनी सख्ती बरती हुई है। चीन को इस कदम के चलते अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी काफी किरकिरी भी होती है। चीन में इस्लाम सहित कुल पांच धर्मों को मान्यता दी गई जिनमें ताओ, कैथोलिक और बौद्ध धर्म भी शामिल हैं।

चीन ने इस्लाम पर बनाया नया कानून, नमाज, दाढ़ी और हिजाब को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, कानून तोड़ने पर जेल

 चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कार्यकाल में मुस्लिमों पर शख्ती 

विशेष रूप से राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कार्यकाल में सीक्यांग इलाके मे उइगर मुस्लिमों पर काफी शख्ती बरती गई है। कहा जाता है कि उईगर मुस्लिम चरमपंथी व अलगाववादी कार्यो में लिप्त है। जानकारी के लिए बता दें कि चीन मे करीब दो करोड़ मुसलमान है। इतना ही नहीं चीन मे सिर्फ पांच धर्मो को मान्यता दी गई है। जिनमें ताओ, कैथोलिक और बौद्ध धर्म भी शामिल हैं।