छत्तीसगढ़- अयोध्या मामले को लेकर रायपुर पुलिस टीम अलर्ट, सोशल मीडिया पर नजर
रायपुर- अयोध्या में विवादित ढांचे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सुरक्षा समितियां सक्रिय हो गई हैं। पुलिस अधिकारी थानों में दंगा नियंत्रण उपकरणों की जांच करते हुए उन्हें एक्टिव करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पुलिसकर्मियों की अलग-अलग टीम बनाई जा रही है, जो जरूरत के हिसाब से काम करेगी। अयोध्या मामले को लेकर रायपुर पुलिस की साइबर टीम भी अलर्ट हो गई है। साइबर टीम लगातार सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है। फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गलत जानकारी या धार्मिक अफवाह फैलाने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
इसको लेकर सभी थाना प्रभारियों को अपने – अपने क्षेत्र के सोशल मीडिया और अन्य संबंधित ग्रुप पर नजर रखने को कहा गया है। जल्द ही शांति समिति और पुलिस प्रशासन की बैठक लेकर दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। बता दें कि अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पुरी हो गई है।
17 नवंबर से पहले फैसले पर टिकीं निगाहें
सुनवाई के बाद अब सभी की निगाहें फैसले पर टिकी हुईं हैं। जानकारी के मुताबिकि 17 नवंबर से पहले कभी भी अयोध्या पर फैसला आ सकता है। 17 नवंबर को वर्तमान सीजेआई रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। इसलिए यह माना जा रहा है कि उनके रिटायर होने से पहले अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है। फैसले के पहले और फैसले के बाद किसी भी तरह समाज में तनाव या हिंसा न फैले इसको लेकर देशभर की सुरक्षा एजेंसिया सतर्क हैं।
सोशल मीडिया पर खास नजर
जिला, रेंज और जोन स्तर पर सोशल मीडिया सेल को प्रभावी बनाया जा रहा है। यहां तकनीकी तौर पर दक्ष पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जा रही है, ताकि फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप समेत दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा सके। इसके लिए सोशल मीडिया सेल लगातार नजर रख रहा है।