नई दिल्ली-चांद की दहलीज पर पहुंचा चन्द्रयान-2, अंतिम समय में ऐसे टूटा संपर्क

(ISRO)-आज चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2 ‘lander’ Vikram ‘)मिशन से जुड़े एक वरिष्ठ इसरो अधिकारी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने श्विक्रम लैंडर और उसमें मौजूद प्रज्ञान रोवर को संभवत: खो दिया है। इससे पहले लैंडर जब चंद्रमा की सतह के नजदीक जा रहा था तभी निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग से चंद मिनटों पहले उसका पृथ्वी स्थित
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नई दिल्ली-चांद की दहलीज पर पहुंचा चन्द्रयान-2, अंतिम समय में ऐसे टूटा संपर्क

(ISRO)-आज चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2 ‘lander’ Vikram ‘)मिशन से जुड़े एक वरिष्ठ इसरो अधिकारी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने श्विक्रम लैंडर और उसमें मौजूद प्रज्ञान रोवर को संभवत: खो दिया है। इससे पहले लैंडर जब चंद्रमा की सतह के नजदीक जा रहा था तभी निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग से चंद मिनटों पहले उसका पृथ्वी स्थित नियंत्रण केंद्र से सपंर्क टूट गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) Indian Space Research Center (ISRO) के अध्यक्ष के़ सिवन ने कहा कि विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक सामान्य तरीके से नीचे उतरा। इसके बाद लैंडर का धरती से संपर्क टूट गया। आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।

नई दिल्ली-चांद की दहलीज पर पहुंचा चन्द्रयान-2, अंतिम समय में ऐसे टूटा संपर्क

रात 1.55 बजे चांद के करीब पहुंचा चन्द्रयान

130 करोड़ हिंदुस्तानियों का सपना शनिवार की देर रात चांद की दहलीज तक पहुंच गया। देश के सबसे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 लांचिंग के बाद 48 दिन में 3.84 लाख किमी का सफर तय कर रात 1.55 बजे चांद से बिल्कुल करीब तक पहुंच गया। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम के उतरने की सारी प्रक्रिया सामान्य थी। 35 किमी ऊपर से सतह पर उतरने की प्रक्रिया का काउंटडाउन 1.38 बजे शुरू हुआ। 13 मिनट 48 सेकंड तक सब कुछ सही चला। तालियां भी गूंजी, मगर आखिरी के डेढ़ मिनट पहले जब विक्रम 2.1 किमी ऊपर था, तभी करीब 1.55 बजे उसका इसरो से संपर्क टूट गया।

नई दिल्ली-चांद की दहलीज पर पहुंचा चन्द्रयान-2, अंतिम समय में ऐसे टूटा संपर्क
बता दें कि दक्षिणी धु्रव पर आज तक कोई भी देश लैंड नहीं कर सका है। शुक्रवार सुबह से ही यह मिशन देश ही नहीं दुनियाभर में चर्चा का सबसे बड़ा विषय था। करोड़ों लोग जहां रात तक टीवी पर जमे रहेए वहीं सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। इसरो केंद्र में मौजूद देशभर से चुने गए 70 प्रतिभाशाली छात्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस मौके पर मौजूद रहे।