हल्द्वानी- CBSE Topper Interview Sagar Garg, 99% अंक लाने का फार्मूला

सीबीएसई की 12वीं में देहरादून के सागर गर्ग ने स्टेट टॉप किया है। सागर ऋषिकेश डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र है। उनको सीबीएसई बोर्ड में 500 में से 498 नंबर मिले है। उन्हें अंग्रेजी में 99, अकाउंट 99, बिजनेस स्टडीज 100, पेंटिंग 100, इकोनॉमिक्स 100 अंक मिले। आईये दिखाते है आपको उत्तराखंड 12वीं सीबीएसई के
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हल्द्वानी- CBSE Topper Interview Sagar Garg,  99% अंक लाने का फार्मूला

सीबीएसई की 12वीं में देहरादून के सागर गर्ग ने स्टेट टॉप किया है। सागर ऋषिकेश डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र है। उनको सीबीएसई बोर्ड में 500 में से 498 नंबर मिले है। उन्हें अंग्रेजी में 99, अकाउंट 99, बिजनेस स्टडीज 100, पेंटिंग 100, इकोनॉमिक्स 100 अंक मिले। आईये दिखाते है आपको उत्तराखंड 12वीं सीबीएसई के टॉपर सागर गर्ग का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू न्यूज टुडे नेटवर्क में।

हल्द्वानी- CBSE Topper Interview Sagar Garg,  99% अंक लाने का फार्मूला

प्र. परीक्षाओं की तैयारी कैसे करी

उ. सागर गर्ग बताते है कि बोर्ड की तैयारी के दौरान उन्होंने रोजाना रूटीन के साथ पढ़ाई की। मुश्किल विषयों की पहले ही दिन से पढ़ाई की। स्कूल में टीचरों और कोचिंग सेंटर में टीचरों द्वारा कही हर बात का पालन किया, रोजाना स्कूल में पढ़ाये जाने वाले टॉपिक्स को घर में आकर दोहराया। उनकी प्रैक्टिस की। पेपरों के समय सैंपल पेपर को सॉल्व किया। दिन में 5 से 6 घंटे पढ़ाई की, उनकी माने तो उन्होंने बाकी बच्चों की तरह एग्जाम टाईम के समय के लिए कुछ नहीं छोड़ा, वल्की कक्षा में पहले ही दिन पढ़ाई जाने वाले सभी विषयों को ध्यान से पढ़ा।

प्र. खेलने के लिए कैसे निकाला समय

उ. सागर बताते है कि पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने खेल कूद का दामन कभी नहीं छोड़ा, एक तरफ पढ़ाई पर ध्यान दिया तो दूसरी ओर सेहत बनाये रखने के लिए खेल-कूद के लिए भी समय निकाला, वे एक प्रोफेशनली कराटे प्लेयर भी है। उन्होंने बताया कि वे कराटे में नेश्नल यहा तक की इंटरनेशनल टूर्नामेंट भी खेल चुके है। 2019 वर्ष में वह चाईना में भी टूर्नामेंट खेल के आ चुके है।

प्र. एग्जाम प्रिपेशन का कैसे बनाया शेड्यूल

उ. सागर बताते है कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए उन्होंने कोई विशेष शेड्यूल तैयारी नहीं किया। वल्की एक स्ट्रैटेजी तैयार की थी जिसमें उन्होंने अपने अनुसार विषयों को रखा था। सबसे मुश्किल विषयों को वे तीन घंटे पढ़ते थे, जबकि सरल विषयों पर वे उससे थोड़ा कम समय लगाते थे। उनकी माने तो अच्छे अंको के लिए रेगुलर पढ़ाई के साथ-साथ सभी विषयों पर बारीकि से अध्ययन करना बेहद जरूरी है।

प्र. भविष्य का टारगेट

उ. सागर आईएएएम में प्रोफेनल कोर्स के लिए अप्लाई कर चुके है, उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए फार्म भरे है। उनके भविष्य की बात करें तो सागर यूपीएसएससी की तैयारी करना चाहते है। उनकी माने तो वे बड़े होकर पुलिस की वर्दी पहनना चाहते है, पढ़ लिखकर एक कामयाब आईपीएस अधिकारी बनना चाहते है।

प्र. आईपीएस की तैयारी के लिए प्लान

उ. सागर की आईपीएस अधिकारी बनने की प्रेरणा उनको उत्तराखंड के चर्चित आईएएस ऑफिसर दीपक रावत के कार्यों से मिली। सोशल मीडिया में डीएम रावत की वीडियो देखकर उन्होंने भी इस राह पर बढ़ने की ठानी। सागर बताते है कि उनके पिता भी एक सोशल वर्कर है जो गरीब और जरुरतमंदो की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते है। अपने घर में भी उन्होंने बचपन से सेवा भाव का महौल देखा है। जिसको वे अपनी निजी जिदंगी में भी उतारना चाहते है। वे आईपीएस अधिकारी बनकर देश की रक्षा करना चाहते है।