हल्द्वानी-पूनम हत्याकांड में सीबीआई ने किया लाई डिटेक्टर टेस्ट, तीनों ने खोले हत्याकांड के ये बड़े राज

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-नगर का सबसे चर्चित पूनम हत्याकांड अपने खुलासे के करीब पहुंच चुका है। आज इस बड़े हत्याकांड में संदिग्ध तीनों लोगों का सीबीआई की टीम ने लाई डिटेक्टर टेस्ट किया। आज क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डॉ. दयाल शरण तथा दिल्ली से आयी सीबीआई की टीम के प्रिंसपल डा. एके सिहं
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हल्द्वानी-पूनम हत्याकांड में सीबीआई ने किया लाई डिटेक्टर टेस्ट, तीनों ने खोले हत्याकांड के ये बड़े राज

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-नगर का सबसे चर्चित पूनम हत्याकांड अपने खुलासे के करीब पहुंच चुका है। आज इस बड़े हत्याकांड में संदिग्ध तीनों लोगों का सीबीआई की टीम ने लाई डिटेक्टर टेस्ट किया। आज क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डॉ. दयाल शरण तथा दिल्ली से आयी सीबीआई की टीम के प्रिंसपल डा. एके सिहं और उनकी टीम ने हल्द्वानी के पूनम हत्याकांड के संदिग्ध तीन लोगों को लाई डिटेक्टर टेस्ट किया। इसके अलावा सीबीआई की टीम के प्रिंसपल डा. एके सिहं, डॉ. दयाल शरण और एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव के साथ पूनम पाण्डेय के घर का निरीक्षण भी किया। सीबीआई टीम विगत 20 जनवरी से रुद्रपुर में डेरा डाली हुई थी। यह टीम 15 दिन बाद नई दिल्ली से रिपोर्ट देंगी। जिसके बाद पूनम के हत्यारों का चेहरा बेनकाब हो जायेगा।

हल्द्वानी-पूनम हत्याकांड में सीबीआई ने किया लाई डिटेक्टर टेस्ट, तीनों ने खोले हत्याकांड के ये बड़े राज

15 दिन में रिपोर्ट देंगी टीम

आज लाई डिटेक्टर टेस्ट के दौरान टीम ने तीनों संदिग्धों से कई सवाल किये। जिसे रिकॉर्ड किया गया। इस टेस्ट से ये साफ हो गया कि पूनम पाण्डेय हत्याकांड का असली आरोपी कौन है। टीम ने मृतका की पुत्री समेत तीन का टेस्ट किया। यह टेस्ट रुद्रपुर में हुआ। गौरतलब है कि 26 सितंबर की रात हल्द्वानी निवासी खनन व्यवसाई लक्ष्मी दत्त पांडे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी पूनम पांडे की हत्या कर दी थी। साथ ही पुत्री को अधमरा कर दिया था। इसके खुलासे को आईजी लॉ एंड ऑडर्र ने भी हल्द्वानी में डेरा डाला था। हत्या के खुलासे को एसटीएफ से लेकर तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों को भी लगाया गया। हत्याकांड के खुलासे में जुटी पुलिस टीम ने 600 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं मिली। मामले में हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लेते हुए एसआइटी जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद एसआइटी जांच में जुट गई थी। चार माह बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारोपितों तक नहीं पहुंच सकी। ऐसे में पुलिस ने न्यायालय के परमिशन और मामले में संदिग्ध मृतका की पुत्री, प्रिया और अंकित का आज लाई डिटेक्टर टेस्ट किया गया।