अपनाएं ये आसान तरीका, बैंक तुरंत दे देंगे आपको लोन
आज के दौर में कर्ज की जरूरत हर किसी को होती है। अगर आपके पास पैसे नहीं हैं और आप कुछ खरीदना चाहते हैं तो बैंक लोन लेना इसके लिए सुविधाजनक विकल्प है। इसके अलावा किसी वित्तीय आपदा की स्थिति में भी बैंक लोन हमारे जीवन को बहुत आसान बना देता है। क्या आपने कभी गौर किया है कि आपको लोन देने वाला वित्तीय संस्थान आपके लोन पर ब्याज दर किस तरह लगाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप तुरंत लोन ले सकते हैं।
बेहद जरूरी बातें
हमेशा ध्यान रखें कि हमेशा लोन लेने वाली रकम को कम ही रखें, क्योंकि अगर आप समय पर लोन नहीं चुका नहीं पाए, तो आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आपके लोन पर ब्याज दर किस तरह लगाता है? आपको बता दें कि इसके पीछे लोन चुकाने का समय और ब्याज दर आदि की भूमिका होती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, सबसे आसान कुछ तरीकों के बारे में, जिनसे आप तुरंत लोन ले सकते हैं।
अपने इम्प्लॉयर से लोन लेना
कई कंपनियां कर्मचारियों को वेतन का एक हिस्सा एडवांस में दे देती हैं जिसको इम्प्लॉयर लोन कहा जाता है। बता दें कि ये लोन आपके मासिक वेतन का छह गुना हो सकता है। जिसे आप अपने वेतन से अगले 24 महीनों में चुका सकते हैं। इस लोन में ब्याज दर लगभग 5 से 8 प्रतिशत लगता है, तो वहीं कई बार ब्याज दर शून्य भी हो सकता है। इस लोन का फायदा है कि इसको आप लगभग तीन दिन में ले सकते हैं, लेकिन इससे नुकसान भी है कि ये लोन आपके वेतन का ही एक हिस्सा होता है जिसका आपको टैक्स चुकाना पड़ेगा।
होम लोन का टॉप अप
आप 20 साल तक की अवधि के लिए होम लोन के टॉप अप के रूप में लगभग 50 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं, लेकिन अगर आपके होम लोन की अवधि कम बची है, तो आपको लोन उसके हिसाब से ही मिलेगा. इस लोन पर ब्याज दर लगभग 9 से 13 प्रतिशत लगती है। ये लोन तीन दिन में मिल जाता है, लेकिन अगर आपने लोन चुकाने में कोई डिफॉल्ट किया, तो इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
पर्सनल लोन
आप यह लोन 30 मिनट से लेकर तीन दिन के अंदर पा सकते हैं। यह बैंक के साथ आपके संबंधों पर निर्भर करता है। अगर आपके अकाउंट पर कोई प्री अप्रूव्ड (पहले से मंजूर) लोन का ऑफर है तो इसके बाद प्रक्रिया बहुत आसान हो जाती है। इस पर ब्याज दर लगभग 13 से 24 प्रतिशत लगती है। इस लोन को लेने का फायदा है कि आप अपने बैंक से पर्सनल लोन लेने पर तुरंत भुगतान कर सकते है, लेकिन प्रोसेसिंग फीस के रूप में 2 से 3 प्रतिशत चार्ज लगता है।
प्रॉपर्टी के बदले लोन
अगर आपके पास घर है और आप बड़ा लोन लेना चाहते हैं तो आप उस संपत्ति के बदले बैंक से लोन ले सकते हैं। इस तरह आप पांच लाख से लेकर 10 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं। इसमें लोन की अवधि 2 से लेकर 15 साल तक हो सकती है। आपको बता दें कि इस लोन में बैंक आपको प्रॉपर्टी की वैल्यू का लगभग 65 प्रतिशत लोन दे देते हैं। ध्यान रहे कि आपने घर का बीमा करा रखा हो। इस लोन की ब्याज दर लगभग 9.5 से 13 प्रतिशत होती है। इसका फायदा है कि आपको कम ब्याज में बड़ी रकम मिल जाती है, लेकिन नुकसान भी है कि इस लोन को लेने में 3 से 10 दिन लग जाते हैं। इसमें प्रोसेसिंग फीस 1.5-2 प्रतिशत जबकि समय से पहले लोन चुकाने की फीस 2-3 फीसदी है।
शेयर के बदले लोन
आप अपने शेयर, म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपाजिट या बीमा पॉलिसी के बदले भी लोन ले सकते हैं. म्यूचुअल फंड और शेयर के मामले में बैंक आपको निवेश की रकम के 50 प्रतिशत तक का लोन दे देते हैं. फिक्स्ड डिपाजिट के मामले में आपको निवेश की रकम का 75 प्रतिशत तक ब्याज मिल सकता है। इस लोन में ब्याज दर लगभग 9 से 15 प्रतिशत लगता है। अगर पोर्टफोलियो की वैल्यू गिरती है, तो आपको संस्थान के पास ज्यादा फंड रखना पड़ता है।
सोने के बदले लोन
आप अपने पास रखे सोने या सोने के गहने के बदले भी लोन ले सकते हैं। बैंक आपको सोने की वैल्यू के बदले 10,000 रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक का लोन दे सकते हैं। इस लोन को चुकाने की अवधि 6 से 12 महीने की होती है। जब आप लोन चुका देते हैं, तो आपको गिरवी रखा सोना वापस मिल जाता है। अगर आप बैंक से लोन लेते हैं, तो ब्याज दर लगभग 10 से 17 प्रतिशत लगता है, लेकिन अगर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लेते हैं, तो ब्याज दर लगभग 14 से 26 प्रतिशत लगता है। ये लोन कुछ घंटे में मिल जाता है, लेकिन अगर आप लोन नहीं चुका पाते हैं, तो आपका सोना जब्त हो जाता है।
क्रेडिट कार्ड से नकद निकासी
अगर आप कोई भी क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट की लगभग 40 से 80 प्रतिशत तक की रकम निकाल सकते हैं। इसमें ब्याज दर लगभग 2 से 3.5 प्रतिशत लगता है। क्रेडिट कार्ड से मिनटों में रकम मिल जाती है, लेकिन ट्रांजेक्शन फीस के रूप में 2.5 से 3 प्रतिशत चार्ज चुकाना पड़ता है। आपने जिस दिन से रकम निकाली है, उस दिन से ब्याज लगना चालू हो जाता है।