देहरादून- ट्राई के फैसले के खिलाफ सडक़ पर उतरे केबल ऑपरेटर, 1 जनवरी से आपकी जेब पर ऐसे पड़ेगा डांका

देहरादून–न्यूज टुडे नेटवर्क- ट्राई (भारतीय दूर संचार नियामक प्राधिकरण) द्वारा 29 दिसम्बर से प्रस्तावित नए टैरिफ ऑर्डर के विरोध में दून के केबल व्यवसायियों ने डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया और ट्राई के चैयरमैन रामसेवक को ज्ञापन प्रेषित किया। टैरिफ ऑर्डर लागू होने के बाद ग्राहकों को चूना लगने वाला है। जिसका सीधा असर केबल
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देहरादून- ट्राई के फैसले के खिलाफ सडक़ पर उतरे केबल ऑपरेटर, 1 जनवरी से आपकी जेब पर ऐसे पड़ेगा डांका

देहरादून–न्यूज टुडे नेटवर्क- ट्राई (भारतीय दूर संचार नियामक प्राधिकरण) द्वारा 29 दिसम्बर से प्रस्तावित नए टैरिफ ऑर्डर के विरोध में दून के केबल व्यवसायियों ने डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया और ट्राई के चैयरमैन रामसेवक को ज्ञापन प्रेषित किया। टैरिफ ऑर्डर लागू होने के बाद ग्राहकों को चूना लगने वाला है। जिसका सीधा असर केबल ऑपरेटरों पर पड़ेगा। ऐेसे में आज उत्तराखंड दून केबल ऑपरेटर एसोसिएशन के बैनर तले दून के 275 केबल ऑपरेटर गांधी पार्क में जोरदार नारेबाजी के बीच मे एडीएम अरविंद पांडेय को ज्ञापन सौंपा गया।

देहरादून- ट्राई के फैसले के खिलाफ सडक़ पर उतरे केबल ऑपरेटर, 1 जनवरी से आपकी जेब पर ऐसे पड़ेगा डांका

800 रुपये महीने पड़ सकता है केबिल चार्ज

इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि ट्राई जिस टैरिफ आर्डर को लागू करना चाहता है वह न तो लोकल केबल ऑपरेटर के लिए सही है न ही ग्राहकों के लिए। लोकल केबल ऑपरेटर पिछले कई सालों से घर-घर में केबल के जरिए 150 से 200 रूपये में सस्ता मनोरंजन दे रहे हैं। ट्राई की एमआरपी लागू हो गई तो यही मनोरंजन ग्राहकों के जेब पर आठ सौ रूपये तक भारी पड़ सकता है। जाहिर सी बात है कि रेट बढऩे से केबल ऑपरेटर, उन पर आश्रित कर्मचारियों और उनके परिवारों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। केबल ऑपरेटर को समर्थन देने के लिए कांग्रेसी नेता सूर्यकांत धस्माना भी मौके पर पहुंचे।

देहरादून- ट्राई के फैसले के खिलाफ सडक़ पर उतरे केबल ऑपरेटर, 1 जनवरी से आपकी जेब पर ऐसे पड़ेगा डांका

पांच लाख कर्मचारी होंगे प्रभावित

न्आरोप लगाते हुए कहा कि बड़ी डीटीएच कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए ट्राई के कंधे पर बंदूक रखी गई है। ट्राई का नया टैरिफ प्लान जनविरोधी है। उपभोक्ता अभी तक दो सौ रुपये के मासिक शुल्क पर सभी पेड चैनल और फ्री टू एयर चैनल देख रहा था। लेकिन अब उसे जीएसटी के साथ सभी चैनल का कई गुना अधिक मासिक शुल्क देना होगा। देश भर में करीब साठ हजार केबल ऑपरेटर व पांच लाख कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित होंगे।