बर्ड फ़्लू: जानिए, तराई में किन पक्षियों से हो सकता है संक्रमण का खतरा

न्यूज टुडे नेटवर्क। देश भर में बर्ड फ़्लू के नए खतरे के एलर्ट जारी किया गया है। अब तक देश के विभिन्न राज्यों में लाखों पक्षियों की मौत भी हो गई है। नए खतरे के एलर्ट के बाद यूपी और उत्तराखण्ड के तराई इलाकों में भी खतरा बढ़ गया है। दरअसल हर साल सितंबर से
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बर्ड फ़्लू: जानिए, तराई में किन पक्षियों से हो सकता है संक्रमण का खतरा

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। देश भर में बर्ड फ़्लू के नए खतरे के एलर्ट जारी किया गया है। अब तक देश के विभिन्‍न राज्‍यों में लाखों पक्षियों की मौत भी हो गई है। नए खतरे के एलर्ट के बाद यूपी और उत्‍तराखण्‍ड के तराई इलाकों में भी खतरा बढ़ गया है। दरअसल हर साल सितंबर से मार्च के बीच लाखों की संख्‍या में प्रवासी पक्षी तराई के इलाकों में प्रवास के लिए आते हैं। जिससे परदेसी पक्षियों के साथ साथ कौआ और कबूतर से भी बर्ड फ़्लू फैलने का खतरा बढ़़ सकता है। इसी आशंका को लेकर पशु पालन विभाग और वन विभाग के एक्सपर्ट ने पक्षिय़ो पर निगरानी बढा दी हैं।

हर महीने होगी 100 सैंपल की जांच

पक्षियों से संक्रमण के खतरे के एलर्ट के बाद अब पशुपालन विभाग ने बीमार या मृत पक्षी मिलने पर तुरंत सैंपल की जांच कराने के अभियान की शुरूआत कर दी है। पशु पालन विभाग ऐसे पक्षियों के सैंपल लेकर आईवीआरआई को भेज रहा हैं। अभी तक एक भी सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव नही आई है।

पोल्‍ट्री फार्म में बढाई गई मॉनीटरिंग

मध्य प्रदेश और राजस्थान में बर्ड फ्लू का संकरमण सामने आने के बाद प्रवासी पक्षियों के साथ-साथ पेाल्‍ट्री फार्म की भी मॉनीटरिंग भी बढा दी गई हैं। पोल्‍ट्री फार्म पर बाहर से आने वाले पक्षियों को उड़ाने के लिए कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। कौवे और कबूतर दाना पानी कि तलाश मे पॉल्टी फार्म पर उड़ते हुए पहुँच जाते हैं। जिनसे पोल्‍ट्री फार्म में भी संक्रमण फैलने के  खतरे की आशंका है। बरेली और आसपास के जिलों के सभी पोल्‍ट्री फार्म की जांच की जा रही है। जिसकी जिम्मेदारी पशुविभाग के चिकित्सकों को दी गई हैं। हालांकि अभी बरेली में बर्ड फ़्लू संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है।