भीमताल-उत्तराखण्ड विजन – 2030 का विमोचन, ऐसे धरातल तक पहुंचेंगे विकास कार्य

Uttarakhand news–जिले में सतत् विकास लक्ष्य (एसडीजी) के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियोजन डा. मनोज कुमार पंत द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों पर आधारित विजन- 2030 का विमोचन किया जा चुका है, जिस पर सभी विभागों द्वारा कार्ययोजना तैयार कर कार्यान्वयन
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भीमताल-उत्तराखण्ड विजन – 2030 का विमोचन, ऐसे धरातल तक पहुंचेंगे विकास कार्य

Uttarakhand news–जिले में सतत् विकास लक्ष्य (एसडीजी) के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियोजन डा. मनोज कुमार पंत द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों पर आधारित विजन- 2030 का विमोचन किया जा चुका है, जिस पर सभी विभागों द्वारा कार्ययोजना तैयार कर कार्यान्वयन की कार्यवाही की गई। उन्होंने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन एवं क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के सभी जिलों का दूरगामी विजन पत्र, अभिलेख तैयार कर लिया गया हैै। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड विजन 2030 डाक्यूमेंन्ट, 17 सतत् विकास लक्ष्यों के 169 उपलक्ष्यों के अनुरूप तैयार किया गया है।

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भीमताल-उत्तराखण्ड विजन – 2030 का विमोचन, ऐसे धरातल तक पहुंचेंगे विकास कार्य

उन्होंनेे कहा कि 17 सतत् विकास लक्ष्यों को विजन डाक्यूमेंट में 04 प्रमुख थीम सतत् आजीविका, मानव विकास, पर्यावरण सतत्ता तथा सामाजिक विकास सतत्ता के रूप में निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि सैक्टरवार योजना तैयार करने से सुगमता मिलेगी, वही विकास कार्यो का प्रभावी अनुश्रवण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सांख्यिकीय सुदृढ़ीकरण परियोजना से राज्य में एसडीजी इंडैक्स तैयार किया जाना है। इसके लिए सतत् लक्ष्यों के स्थानीयकरण हेतु वित्तीय संसाधन, मानव संसाधन एवं तकनीकी संसाधन का चिन्हीकरण कर प्रदेश के सभी जिलों द्वारा अपने-अपने जिलों का विजन डाक्यूमेंट कार्ययोजना तैयार की जायेगी।

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निदेशक कौशिक सीपीपीजीजी नियोजन द्वारा कहा गया कि सतत् विकास लक्ष्य हेतु नियोजन के लिए उपयोग किस प्रकार होगा तथा सकल घरेलु उत्पाद का सतत् विकास का लक्ष्य के योगदान पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों से संबन्धित कार्ययोजना, विजनपत्र एवं अभिलेख तैयार कर लें ताकि सतत् विकास लक्ष्यानुसार किया जा सकें।

कार्यशाला में उपनिदेशक अर्थ संख्या कुमाऊं राजेन्द्र तिवारी, अर्थसंख्याधिकारी ललित मोहन जोशी, एएपीडी संगीता आर्या, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्व,अधिशासी अभिन्ता जलसंस्थान विशाल सक्सेना, एसके उपाध्याय, ग्रामीण विनीत कुरील, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन, जिला शिक्षा अधिकारी एचएल गौतम, गोपाल स्वरूप, जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन, डीपीओ अनुलेखा बिष्ट के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।