बरेली- सांस्कृतिक विरासत को संजोने में लगे हैं बरेली के साहित्य प्रेमी डीएम, किया सम्मान

बरेली-न्यूज टुडे नेटवर्क- जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह के प्रयासों से आयोजित पंडित राधे श्याम कथावाचक स्मृति समारोह बरेलीवासियों के मानस पटल पर एक अमिट छाप छोड़ गया है। बरेली के तुलसीदास के जन्मदिवस पर हुए आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने पंडित जी के नाटकों के मंचन का आनंद लिया। इस महापुरुष की शख्सियत
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बरेली- सांस्कृतिक विरासत को संजोने में लगे हैं बरेली के साहित्य प्रेमी डीएम, किया सम्मान

बरेली-न्यूज टुडे नेटवर्क- जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह के प्रयासों से आयोजित पंडित राधे श्याम कथावाचक स्मृति समारोह बरेलीवासियों के मानस पटल पर एक अमिट छाप छोड़ गया है। बरेली के तुलसीदास के जन्मदिवस पर हुए आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने पंडित जी के नाटकों के मंचन का आनंद लिया। इस महापुरुष की शख्सियत से लोग रुबरु हुए। कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने आयोजन समिति और निर्देशक गणों का सम्मान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समूचे देश में बरेली के साहित्य प्रेमियों ने सांस्कृतिक विरासत को संजोने का काम किया है। जो एक शानदार पहल है। उन्होंने कहा कि बरेली से कई साहित्य प्रेमी से उभरकर सामने आये है।

बरेली- सांस्कृतिक विरासत को संजोने में लगे हैं बरेली के साहित्य प्रेमी डीएम, किया सम्मान

कई साहित्य प्रेमी हुए सम्मानित

यह पहला मौका था, जब बरेली में लोगों ने रंगमंच को अपनी अमूल्य साहित्य की कृतियों से उपकृत करने वाले पंडित राधे श्याम को उनके जन्मदिन पर इतने विशाल आयोजन करके याद किया। प्रियंका चोपड़ा और दिशा पाटनी के शहर बरेली को पंडित जी की वजह से देश और विदेश में उनकी प्रसिद्ध रामायण के लिये जाना जाता है जिस पर अनेक लोग शोध भी कर चुके हैं। अब ये आयोजन इसी भव्यता के साथ हर साल होगा। ये संकल्प कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित सभी लोगों ने लिया।

बरेली- सांस्कृतिक विरासत को संजोने में लगे हैं बरेली के साहित्य प्रेमी डीएम, किया सम्मान

इस मौके पर बोलते हुए डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बड़ा वो होता है जिसके सानिध्य में लोग बड़े लगे पण्डित राधे श्याम ऐसी ही शख्सियत थे। आयोजन के बाद जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा डॉ महेंद्र सिंह बसु, गिरधर गोपाल खंडेलवाल, डॉ विनोद पागरानी, जेसी पालीवाल, आशीष गुप्ता, डीएन शर्मा, कुल भूषण शर्मा और रामकृष्ण शुक्ल को उनके अथक परिश्रम के लिए प्रशंसाा की गई। साथ ही कई गणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया।