बरेली: सरहद पर तैनात फौजी आखिर क्यों डीएम से बोला कि मैं परिवार के साथ आत्महत्या कर लूंगा

न्यूज टुडे नेटवर्क। वह फौजी है। जम्मू में तैनात है। नौकरी से पैसे बचा खुचा कर घर बनवाया। छुट्टी लेकर घर आया। परिवार के साथ सुकून के पल बिता रहा था। इसी बीच क्षेत्र के दबंग घर घुस आए। घर पर अपना अधिकार जताया। विरोध पर उसे व पत्नी को पीटा। उसे घर से बेघर
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बरेली: सरहद पर तैनात फौजी आखिर क्यों डीएम से बोला कि मैं परिवार के साथ आत्महत्या कर लूंगा

न्यूज टुडे नेटवर्क। वह फौजी है। जम्मू में तैनात है। नौकरी से पैसे बचा खुचा कर घर बनवाया। छुट्टी लेकर घर आया। परिवार के साथ सुकून के पल बिता रहा था। इसी बीच क्षेत्र के दबंग घर घुस आए। घर पर अपना अधिकार जताया। विरोध पर उसे व पत्नी को पीटा। उसे घर से बेघर कर दिया। शिकायत लेकर पुलिस के पास गया पर सुनी नहीं। उसकी छुट्टी खत्म हो रही थी। इधर, परिवार पर खतरा बढ़ रहा था। ऐसे में वह डीएम कार्यालय में धरने पर बैठ गया और बोला मेरी नहीं सुनी तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। डीएम के मामला संज्ञान लेने के बाद पुलिस ने मुकदमा लिखा।

मामला बरेली जिले के इज्जतनगर थाना क्षेत्र का है। रजत बिहार निवासी सुरेन्द्र पाल सीआरपीएफ जवान है। कश्मीर में उसकी तैनाती है। इस वक्त छुट्टी लेकर घर आया है।

उनकी मां जावित्री देवी ने 24 अप्रैल, वर्ष 2005 में एक प्लॉट रजत बिहार में ही शिव मंदिर के पास गौरी शंकर से खरीदा। जिस पर उसने मकान बनाया। वह देश की रक्षा पर तैनात है। उसका परिवार यहां रहता है। उनकी मां जावित्री देवी का निधन हो चुका है।

बताया कि 13 जनवरी को लगभग दो बजे उनके मकान में राजी सक्सेना अपने साथ लगभग 20 बदमाशों को लेकर घर में घुस आया व मकान अपना कहने लगा। पत्नी और बच्चों ने विरोध किया तो उसने पत्नी के साथ ही भाई की बेटी संजू देवी से अभद्रता की। शोर सुनकर लोग इकठ्ठा हो गये।

उन्होंने बचाया। पत्नी ने डायल 112 बुलाई पर थाने में उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और वह लोग घर वापस आ गये।

शाम लगभग सात बजे अवैध हथियार व लाठी डंडे लेकर बदमाश घुस आये। मारपीट के बाद घर में रखे सामान को लूटा और परिवार को मकान से निकाल कर जबरन कब्जा कर लिया। शिकायत पर जान से मारने की धमकी दी।

डीएम के आदेश पर आरोपी राजीव सक्सेना के साथ ही 20 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

जवान बोला-आत्महत्या करने पर मजबूर हूँ

जवान की पुलिस ने नहीं सुनी तो वह टूट गया। परिवार की असुरक्षा को लेकर दो दिन पहले ही डीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गया। मामले का संज्ञान डीएम नीतीश कुमार ने लेकर जांच के आदेश दे दिये। डीएम से बातचीत में जवान ने साफ शब्दों में कहा था कि वह परिवार समेत आत्महत्या पर मजबूर है।