बरेली : जब पीड़ितों को इंसाफ दिलाने वाले अधिवक्‍ता ही पहुंचे न्‍याय मांगने, एसएसपी ने फिर ये कहा

न्यूज टुडे नेटवर्क। पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता पर ही जुल्म हो गया। मंगलवार को साथी अधिवक्ता न्याय के लिए एसएसपी के पास पहुंचे। साथी अधिवक्ता पर दबंग के हमले की शिकायत की। इस पर एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि उनके साथी अधिवक्ता संजय सिंह
 | 
बरेली : जब पीड़ितों को इंसाफ दिलाने वाले अधिवक्‍ता ही पहुंचे न्‍याय मांगने, एसएसपी ने फिर ये कहा

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्‍ता पर ही जुल्‍म हो गया। मंगलवार को साथी अधिवक्‍ता न्‍याय के लिए एसएसपी के पास पहुंचे। साथी अधिवक्‍ता पर दबंग के हमले की शिकायत की। इस पर एसएसपी ने उन्‍हें कार्रवाई का आश्‍वासन दिया है।

उन्‍होंने बताया कि उनके साथी अधिवक्ता संजय सिंह पुत्र स्वर्गीय तिलक सिंह निवासी अतर छेड़ी थाना बिशारतगंज में रहते हैं। उनके साथ क्षेत्र के दबंग व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया। संजय का आरोप है कि आरोपी गरीब व कमजोर वर्ग को सताता है जिसका वह उनसे रंजिश रखने लगा। आरोप लगाया कि 23 जुलाई को कमलेश उनके घर के सामने गाली-गलौज कर रहा था। उन्‍होंने 112 पर फोन कर पुलिस को बुलवाया।

पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे डाल दिया। संजय का मोतियाबिंद का ऑपरेशन चल रहा है। इस कारण वह घर पर ही रहते हैं। 4 जनवरी को वह राजू आटा चक्की पर आटा पिसाने गये थे। हनुमान मंदिर के पास कमलेश पुत्र अहिवरन अभिषेक पुत्र कमलेश, पवन पुत्र नरेंद्र एवं राहुल पुत्र गुड्डू लाठियां, तमंचे व चाकू लेकर आ गए और जानलेवा हमला कर दिया। शोरशराबा सुनकर पीड़ित की पत्नी रजनी एवं बेटा किट्टू आ गए।

पत्नी के विरोध पर कमलेश ने उसके गले से सोने की चेन तोड़ ली एवं जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। साथी अधिवक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि बिशारतगंज पुलिस रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही जबकि मेडिकल भी हो चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में अधिवक्ता अध्यक्ष घनश्याम शर्मा सहित काफी मात्रा में अधिवक्ता मौजूद थे। एसएसपी ने कार्रवाई के लिए आश्‍वस्‍त किया है।