बरेली: दूधारू पशुओं को लगाई जाने वाली ऑक्सीटॉसिन की नकली फैक्ट्री का खुलासा, प्रशासन को चकमा देकर इस तरह बना रहे थे

न्यूज टुडे नेटवर्क। दुधारू पशुओं का दूध उतारने के लिए ऑक्सीटॉसिन नामक नकली दवा बनाने का किला पुलिस ने खुलासा किया है। हालांकि, पशुओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को लेकर यह दवा प्रतिबंधित है। आरोपी प्रशासनिक अधिकारियों को चकमा देकर फैक्ट्री घर में चला रहे थे। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों
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बरेली: दूधारू पशुओं को लगाई जाने वाली ऑक्सीटॉसिन की नकली फैक्ट्री का खुलासा, प्रशासन को चकमा देकर इस तरह बना रहे थे

न्यूज टुडे नेटवर्क। दुधारू पशुओं का दूध उतारने के लिए ऑक्सीटॉसिन नामक नकली दवा बनाने का किला पुलिस ने खुलासा किया है। हालांकि, पशुओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को लेकर यह दवा प्रतिबंधित है। आरोपी प्रशासनिक अधिकारियों को चकमा देकर फैक्ट्री घर में चला रहे थे। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों को पकड़ा है।

मामला यूपी के बरेली जिले के किला क्षेत्र का है। यहां चौधरी मोहल्ले में गुलाम नवी घोसी के घर में पुलिस ने दबिश दी जहां से दवा बनाने के लिए रखा सामान पुलिस ने बरामद किया। पुलिस ने मोहल्ले के सुपियान को भी हिरासत में लिया। घर से 20-20 लीटर की तरल पदार्थ भरी पांच केन व 15ml की कई शीशी बरामद हुई।

पुलिस को यहां से 1 लीटर व आधे लीटर की पानी की कई बोतलें भी मिली। पानी जैसे केमिकल के साथ ही सफेद, लाल व हरे रंग का पदार्थ काफी मात्रा में मिला। आरोपी किसी से फार्मूला जानकर ऑक्सीटॉसिन जैसा पदार्थ बना रहे थे। डेयरियों पर जब ऑक्सीटॉसिन की मांग बढ़ गई तो दवा की खेप पहुंचाने के लिए एक गाड़ी भी खरीद ली और वह कारोबारियों को उनके घर जाकर सप्लाई देते थे।

बरेली: दूधारू पशुओं को लगाई जाने वाली ऑक्सीटॉसिन की नकली फैक्ट्री का खुलासा, प्रशासन को चकमा देकर इस तरह बना रहे थे
पुलिस कस्टडी में दोनों आरोपी।

क्या कहते हैं पशुओं के डॉक्टर

ऑक्सीटॉसिन से पशुओं की प्रजनन क्षमता काफी हद तक खत्म हो जाती है। इसलिए यह प्रतिबंधित है। नकली ऑक्सीटॉसिन और ज्यादा हानिकारक है। नकली ऑक्सीटॉसिन देने के बाद निकाले गए दूध से लोगों को काफी नुकसान होगा। बच्चों में अचानक दस्त व सूखा की समस्या हो सकती है।

पानी की बोतलों के अंदर रखकर ले जाते थे

प्रशासनिक अधिकारियों से बचने के लिए ये लोग पानी की बोतलों में दवा रखकर सप्लाई करते थे। पानी की बोतल होने से किसी को शक भी नहीं होता था। सबको लगता था कि ये लोग पानी का कारोबार करते हैं।