बरेली: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत ऐसी मिसाल पेश की, सब कर रहे सलाम

न्यूज टुडे नेटवर्क। मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरेली की कार्यक्रम अधिकारी अर्चना राजपूत, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरेली की पूर्व छात्रा (1954) प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा ने बालिकाओं की शिक्षा को जारी रखने के लिए गरीब व जरूरतमंद छात्राओं को 1000, 2000, 5000 रुपये की कुल 30,000 रुपये की आर्थिक सहायता
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बरेली: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत ऐसी मिसाल पेश की, सब कर रहे सलाम

न्यूज टुडे नेटवर्क। मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरेली की कार्यक्रम अधिकारी अर्चना राजपूत, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरेली की पूर्व छात्रा (1954) प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा ने बालिकाओं की शिक्षा को जारी रखने के लिए गरीब व जरूरतमंद छात्राओं को 1000, 2000, 5000 रुपये की कुल 30,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कराई।

इस कार्य में बरेली कॉलेज के प्राचार्य अनुराग मोहन का भी सहयोग रहाl सहायता राशि पाकर छात्राओं के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। कोविड-19 में जब छात्राएं अपनी फीस नहीं भर पा रही थीं तो अर्चना राजपूत ने करीब 45 छात्राओं की फीस अपने पास से जमा की थी ताकि उनकी पढ़ाई बीच में न रुकेl इससे पहले भी कई छात्राएं उनकी वजह से अपनी शिक्षा पूरी कर सकी हैं और दो नेत्रहीन छात्राओं को भी मदद कर इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने में भी उन्होंने मदद कीl

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत निरंतर उनके द्वारा कार्य किया जा रहा है। अर्चना राजपूत का कहना है कि यह उनका सौभाग्य है कि प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा जैसी सोच वाले लोग इस अभियान में उनकी मदद कर रहे हैं। गरीबी व पैसों की कमी के कारण शिक्षा में आई परेशानी और रुकावट को वही समझ सकता है जिसने खुद यह परेशानी उठाई हो।

यही वजह है कि प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा जिन्होंने अपने बाल्यकाल से ही बहुत संघर्ष किया था और अर्चना राजपूत जिन्होंने कक्षा 9 से ही ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई पूरी की। इन बच्चों के दर्द को भलीभांति समझती हैं और हर वर्ष जितना भी हो सकता है उतने बच्चों की मदद करती हैं।

अर्चना तथा उनके पति भी बेटी के साथ बेटों को भी शिक्षा दिलवाने में पीछे नहीं रहते। हर साल कई बच्चों की फीस अपने पास से भरते हैं तथा उन्हें शिक्षा की सभी सुविधाएं अपने पास से उपलब्ध कराते हैं जहां भी कहीं इनकी जरूरत किसी भी छात्र छात्रा को पड़ती है वहां यह उपस्थित रहती हैं और उनकी हर संभव मदद करती हैं।