न्यूज टुडे नेटवर्क। जिला अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में भर्ती एक रिटायर्ड सैन्यकर्मी का चार माह बीतने के बाद भी पैर में चढ़ा प्लास्टर नहीं काटा गया है। दर्द के मारे उसका बुरा हाल है। आरोप है कि दवाई तक उसे नहीं दी जा रही है। बिना बेड शीट के बेड पर उसको भर्ती किया गया है। इस संबंध में अधिकारियों ने जांच की बात कही है।
यूपी के बरेली जिले के कैंट थाना क्षेत्र के सदर बाजार निवासी 68 साल वर्षीय आफताब खान एमईएस के फिटर जनरल मैकेनिक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। जिला अस्पताल में उनकी तीमारदारी में लगे उनके बेटे आलम खान ने बताया कि एक अगस्त को उनके पिता दुर्घटना में घायल हो गए थे। उनके दोनों पैरों में फैक्चर था। उन्हें जिला अस्पताल लेकर आये तो यहां पांच दिन तक भर्ती रखने के बाद प्लास्टर कर डिस्चार्ज किया गया।
25 दिन बाद फिर वे पिता को लेकर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें 10 दिन बाद दिखाने के लिए कहा। इस बीच उनके सिर में चोट लग गई। जिला अस्पताल में उन्हें भर्ती किया गया। सिर की पट्टी करने के बाद उनके पैरों का प्लास्टर काटा गया। इस दौरान एक्सरे में उनके एक पैर की हड्डी गलत जुड़ दिखी जिस पर सितंबर में डॉक्टरों ने एक पैर में फिर प्लास्टर चढा दिया। इसको चार माह बीत चुके हैं।
आरोप है कि डॉक्टरों ने उनका प्लास्टर अब तक नहीं काटा है और न ही कुछ बता रहे हैं। इस कारण रिटायर्ड सैन्य कर्मी काफी परेशान है। उनका बेटा डॉक्टरों से गुहार लगा-लगाकर थक चुका है लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि जो भी डॉक्टर मरीज को देख रहे हैं। उनसे बात की जाएगी। प्लास्टर न काटने के सम्बंध में पूछा जाएगा।