बरेली: नाम वैभव नगर और हालात बद से बदतर, अब वोट ही नहीं डालेंगे यहां के लोग…

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली का वैभवनगर स्मार्ट सिटी को मुंह चिढ़ा रहा है। बरेली का वैभव नगर इलाका बरसों से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। हालात इस कदर खराब हैं कि स्मार्ट सिटी का गुणगान करने वाले भाजपा नेताओं का यहां के वाशिंदों ने आगामी चुनाव में बहिष्कार करने का मन बनाया है।
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बरेली: नाम वैभव नगर और हालात बद से बदतर, अब वोट ही नहीं डालेंगे यहां के लोग…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बरेली का वैभवनगर स्‍मार्ट सिटी को मुंह चिढ़ा रहा है। बरेली का वैभव नगर इलाका बरसों से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। हालात इस कदर खराब हैं कि स्मार्ट सिटी का गुणगान करने वाले भाजपा नेताओं का यहां के वाशिंदों ने आगामी चुनाव में बहिष्कार करने का मन बनाया है। कॉलोनी वासियों ने वैभव नगर कि दुर्दशा की शिकायत नगर निगम समेत शहर विधायक व मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है।

नगर निगम के अन्‍तर्गत  वार्ड 65 के पीलीभीत बाईपास बजरंग ढाबा स्थित वैभव नगर के विकास की स्थिति को देखकर कॉलोनी के लोग तो रोते ही है। वहां आने जाने वाले लोग भी हैरत में हैं। वैभव नगरवासी प्रेमपाल ,जगदीश ,प्रकाश वीर ,मानसिंह ,मुक्ता प्रसाद ,विजय गुप्ता, कुलदीप पाठक ,विपिन देव गंगवार ,वीरेंद्र गंगवार ,अंशु गुप्ता ,बीना गुप्ता आदि सैकड़ों लोगों ने वैभव नगर की बदहाली पर आंसू बताया कि करीब 10 वर्ष पूर्व बसी इस कॉलोनी में नेता आंखें खोल कर वोट मांगने तो आते हैं, मगर विकास के नाम पर आंख कान बंद कर लेते हैं। शहर की पाश कॉलोनियों के बीचों बीच बसे वैभव नगर में यहां के बाशिंदों की मांग पर बिजली तो मिल गई लेकिन खंबे आज तक नहीं लगे।

करीब एक हजार आबादी की इस कॉलोनी में पानी निकास के लिए नाला और नालियां ना होने के कारण कारण पूरा वैभव नगर तालाब में तब्दील हो गया है। शहर के मुख्य मार्ग किनारे बसी इस कॉलोनी में अस्पताल होटल समेत दर्जनों दुकानों से निकलने वाला गंदा पानी भी कॉलोनी में भरता रहता है।

साल के 12 महीने कॉलोनी तालाब बनी रहती है। यहां के  पार्षद नरेश पटेल निवासियों की शिकायत पर सत्ता में भाजपा की सरकार होने का रोना रोकर विकास ना होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। यहां के वाशिन्‍दों ने शहर विधायक डॉ अरुण कुमार से लेकर नगर निगम और मुख्यमंत्री कार्यालय तक दर्जनों शिकायत की हैं। मगर नतीजा शून्य ही रहा। इसी से क्षुब्ध होकर कॉलोनी वासियों ने आगामी विधानसभा व निगम चुनावों में वोट ना देने  और प्रत्याशियों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।