बरेली: जानिए, बंदरों ने आखिर क्यों घेर लिया डीएम कार्यालय

न्यूज टुडे नेटवर्क। बच्चा अगर मुसीबत में हो तो मां कैसे शांत बैठ सकती है। चाहे वह इंसान हो या जानवर। शनिवार को बरेली डीएम कार्यालय में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जब एक बंदर का बच्चा कार्यालय के पास रखे कूड़ेदान में फंस गया। कुछ देर बाद पूरे डीएम कार्यालय पर
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बरेली: जानिए, बंदरों ने आखिर क्यों घेर लिया डीएम कार्यालय

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बच्‍चा अगर मुसीबत में हो तो मां कैसे शांत बैठ सकती है। चाहे वह इंसान हो या जानवर। शनिवार को बरेली डीएम कार्यालय में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जब एक बंदर का बच्‍चा कार्यालय के पास रखे कूड़ेदान में फंस गया। कुछ देर बाद पूरे डीएम कार्यालय पर बंदरों ने घेराबंदी कर दी। इससे फरियाद लेकर वहां पहुंचे लोगों में हड़कंप मच गया। बंदरों को देख डीएम कार्यालय में तैनात होमागार्डों ने कमान संभाली और सावधानीपूर्वक बच्‍चे को बाहर निकाला। मुसीबत से निकलने के बाद वह बंदरों की भीड़ में खड़ी अपनी मां के पास जाकर लिपट गया।

कलक्ट्रेट परिसर के पास शनिवार करीब 12 बजे डीएम कार्यालय से कुछ दूरी पर रखे कूड़ेदान का ढक्कन खुला था। उस पर बैठा एक बंदर का बच्चा कूड़ेदान में गिर गया। उसका पंजा ढक्कन के नीचे दबा तो वह जोर जोर से चीखने लगा।

साथी को मुसीबत में फंसा देखकर चीख सुनते ही आसपास के पेड़ों पर बैठी बंदरों की फौज एकत्र हो गई। इसके बाद वहां फरियादी जान बचाकर इधर-उधर भागे। कार्यालय में तैनात होमगार्डों ने माजरा समझा फिर बंदर की मदद कर उसे बड़ी ही सावधानी से मुक्‍त कराया। कुछ देर बाद बंदर पेड़ों की डाल पर लौट गए। फरियादियों ने भी राहत की सांस ली।