बरेली : सड़क सुरक्षा सप्ताह कैसे, जब शहर में अवैध कट बन रहे हादसे का सबब, क्या कहते हैं एसपी ट्रैफिक

न्यूज टुडे नेटवर्क। प्रदेश भर में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इसकी शुरुआत की पर बरेली जिले में डिवाइडरों पर बने अवैध कट सड़क सुरक्षा सप्ताह को धता बता रहे हैं। चौकी चौराहे से पटेल चौक तक बने 11 अवैध कट हादसों के प्वाइंट बने हुए हैं।
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बरेली : सड़क सुरक्षा सप्ताह कैसे, जब शहर में अवैध कट बन रहे हादसे का सबब, क्या कहते हैं एसपी ट्रैफिक

न्यूज टुडे नेटवर्क। प्रदेश भर में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इसकी शुरुआत की पर बरेली जिले में डिवाइडरों पर बने अवैध कट सड़क सुरक्षा सप्ताह को धता बता रहे हैं। चौकी चौराहे से पटेल चौक तक बने 11 अवैध कट हादसों के प्वाइंट बने हुए हैं।

चौकी चौराहे से पटेल चौक तक की दूरी करीब एक किलोमीटर है। सालों पहले ट्रैफिक पुलिस ने अवैध कट बंद करने की सूची नगर निगम को दी थी। फिर भी कट बंद नहीं हो सके। बटलर प्लाजा के सामने ही दो कट हैं। दो कट पेट्रोल पंप पर खुले हैं। नियम ये है कि पेट्रोल पंप के सामने किसी तरह के कट नहीं होने चाहिए। बटलर प्लाजा के सामने कुछ दिनों पहले ही कट बंद करने को लेकर व्यापारी हंगामा कर चुके हैं।

सेटेलाइट से पीलीभीत रोड

पीलीभीत बाईपास रोड पर करीब 4 किलोमीटर के क्षेत्र में 20 से अधिक कट हैं। कई जगह चौराहे व तिराहे भी हैं। खुर्रम गौटिया के सामने रास्ते को वन-वे तो किया गया लेकिन कई जगह कट बना दिए गए। इन कटों को भी बंद करने का प्रयास किया गया लेकिन कट बंद होने पर हंगामा कर दिया गया।

मिनी बाईपास व किला रोड का भी ये हाल

मिनी बाईपास, किला रोड समेत शहर के अन्य हिस्सों में 100 या 200 मीटर की दूरी पर ही कट बने हुए हैं। इन अवैध कटों की वजह से अचानक वाहन सामने से आ जाता है जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। पटेल चौक से चौकी चौराहा और कचहरी से जंक्शन तक की सड़क पर डिवाइडर काफी ऊंचा है। सड़क के दूसरी तरफ से कट से आने वाला वाहन दिखाई ही नहीं देता है। यहां कई बार हादसे हो चुके हैं।

नेता की कोठी तो कहीं शोरूम पर हैं कट

रोड पर कई जगह तो कट किसी शोरूम के लिए बनाया गया है तो कहीं पर किसी नेता की कोठी है। कुछ मैरिज हॉल हैं तो कुछ पेट्रोल पंप के लिए कट खोले गए हैं।

कट बने लेकिन संकेतक नहीं

शहर की सड़कों पर अवैध कट तो हटाए नहीं जा रहे बल्कि हादसों को रोकने के लिए इनके पास संकेतक भी नहीं लगाए जा रहे हैं जब भी कोई कट सड़क पर होता है तो रिफलेक्टर या संकेतक लगाए जाते हैं ताकि वाहन चालक को पता चल सके। सबसे ज्यादा दिक्कत रात में होती है। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि अवैध कट बंद करने के लिए नगर निगम को लिस्ट सौंपी गई है।