बरेली: 10 हजार रिश्वत ले रहे थे पूर्व चौकी इंचार्ज, फिर एसएसपी ने किया ये काम

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। बारादरी थाने की कांकरटोला पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन की बरेली इकाई ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल की विभागीय जांच में दरोगा पर आरोप सही साबित हुए हैं। एसपी
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बरेली: 10 हजार रिश्वत ले रहे थे पूर्व चौकी इंचार्ज, फिर एसएसपी ने किया ये काम

न्‍यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। बारादरी थाने की कांकरटोला पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन की बरेली इकाई ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल की विभागीय जांच में दरोगा पर आरोप सही साबित हुए हैं। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने आरोपित दारोगा को दोषी मानते हुए बर्खास्तगी की संस्तुति कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है।

बारादरी थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले की विवेचना कांकर टोला चौकी के दरोगा योगेश गौतम कर रहे थे। दरोगा ने आरोपी के भाई का नाम निकालने और धारा 354 हटाने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की थी। इसकी शिकायत मोबीन खान ने एंटी करप्शन विभाग से की थी।

शिकायत के बाद एंटी करप्शन ने दरोगा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। जिसके बाद उसे पैसे लेते हुए टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया था। उसके बाद आरोपी दरोगा पर थाना इज्जतनगर में मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया गया था। विभागीय जांच एसपी देहात को सौंपी गई थी। जांच के आधार पर दरोगा को उक्‍त प्रकरण में दोषी पाया गया है। जिसकी बर्खास्तगी को लेकर एसपी देहात ने एसएसपी को मामले की रिपोर्ट सौंपी है।

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि एसपी देहात की विभागीय जांच में दरोगा पर लगे आरोप सही साबित हुए है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी फिलहाल बर्खास्तगी की संस्तुति की गई है।