Bareilly-शाम पत्नी को मायके से लेकर आया, रात में गला दबाकर हो गई हत्या, पुलिस ने कही ये बात

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। मीरगंज में एक बड़ी वारदात हुई है। यहां एक गांव में भागवत कथा सुनने गए युवक का शव सरसों के खेत में मिला है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वह पत्नी को मायके से लेकर आया था। इसके बाद हत्यारों ने वारदात को अंजाम दिया। हालांकि, वारदात किसने की
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Bareilly-शाम पत्नी को मायके से लेकर आया, रात में गला दबाकर हो गई हत्या, पुलिस ने कही ये बात

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। मीरगंज में एक बड़ी वारदात हुई है। यहां एक गांव में भागवत कथा सुनने गए युवक का शव सरसों के खेत में मिला है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वह पत्नी को मायके से लेकर आया था। इसके बाद हत्यारों ने वारदात को अंजाम दिया। हालांकि, वारदात किसने की है यह भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि घटना संदिग्ध है।

परिजनों का कहना है कि युवक की किसी से दुश्मनी नहीं थी। मीरगंज के धंतिया ग्राम पंचायत के गांव खुदागंज में भागवत कथा चल रही है। शुक्रवार रात ओमकार (25) दुधमुंहे भांजे को लेकर रात 9:00 बजे कथा सुनने गए थे। उनकी बहन पहले से ही भागवत कथा में थी। ओमकार ने भांजे को बहन को दिया और कथा से चले गए लेकिन रात भर घर नहीं लौटे।

शनिवार सुबह जब ओमकार नहीं लौटा तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। शनिवार दोपहर 3:00 बजे ग्रामीणों ने बहादुरपुर के पास सरसों के खेत में उसका शव देखा। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे। शव मिट्टी में सना हुआ था। शव के पास लाइटर और रस्सी थी। ओमकार के गले पर रस्सी व हाथ और पैरों पर जूते के निशान मिले। माना जा रहा है कि हत्यारों ने गला घोटा। इसी बीच ओमकार का आरोपियों से संघर्ष भी हुआ क्योंकि शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले हैं।

ओमकार के संतान नहीं थी, एक साल पहले हो गई थी पुत्र की मौत

ओमकार को गांव के लोग प्रधान के पुत्र नाम से बुलाते थे। परिजनों ने बताया कि भूरी से उसकी शादी 15 साल पहले हुई थी। कोई संतान नहीं थी। एक साल पहले पुत्र हुआ था। उसकी मौत हो गई थी।

 एक माह पहले मायके गई थी पत्नी

करीब एक माह से भूरी अपने मायके में थी। शुक्रवार दोपहर ओमकार पत्नी को लेकर आए थे। पत्नी ने बताया कि खाना खाने के बाद रात 9:00 बजे भांजे को बहन को देने के लिए भागवत कथा में गए थे। रात भर पत्नी उनका इंतजार करती रही। इस पर सास ने कहा कि कथा सुनकर वह कहीं सो गया होगा। सुबह आ जाएगा। शनिवार दोपहर उनकी हत्या की सूचना मिल गई।

सीधा साधा था ओमकार, नहीं थी किसी से दुश्मनी

परिजनों ने बताया कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। ओमकार बहुत ही सीधासाधा था। वहीं परिजनों का यह भी कहना है कि ओमकार को कोई अकेले नहीं मार सकता था क्योंकि जब गांव में कबड्डी होती थी तो वह दो लोगों को पाले में उठाकर गिरा लेता था। यह भी बताया कि भागवत कथा पश्चिम में हो रही थी और शव गांव के उत्तर में मिला है। घटना स्थल पर ओमकार कैसे पहुंचा, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है।