बरेली: भाजपा के राष्‍ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल बोले-कुतुबखाना में पुल की जरूरत नहीं, सीएम को भी लिखा पत्र

न्यूज टुडे नेटवर्क। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, कैंट विधायक व प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के तहत कोतवाली से कोहाड़ापीर तक प्रस्तावित पुल को गैर जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण व्यापारी हित में नहीं है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर
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बरेली: भाजपा के राष्‍ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल बोले-कुतुबखाना में पुल की जरूरत नहीं, सीएम को भी लिखा पत्र

न्यूज टुडे नेटवर्क। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, कैंट विधायक व प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के तहत कोतवाली से कोहाड़ापीर तक प्रस्तावित पुल को गैर जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण व्यापारी हित में नहीं है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुल के विकल्‍प के तौर पर कुछ सुझाव भी दिए हैं।

विधायक राजेश अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में कहा कि विकास के साथ ही नागरिकों को सुविधा का ध्यान रखना भी शासन का दायित्व है लेकिन प्रजातंत्र में सिर की भी अपनी कीमत होती है। कुतुबखाना के व्यापारियों को इस पुल निर्माण से होने वाले नुकसान को लेकर बहुत ही मानसिक परेशानी झेलनी होगी। साथ ही उनके व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। एक तो कोविड-19 की वजह से व्यापारी पहले से परेशान हैं। आर्थिक रूप से भी टूट चुके हैं। ऊपर से यह पुल निर्माण उनके व्यापार के लिए घातक साबित होगा।

बरेली: भाजपा के राष्‍ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल बोले-कुतुबखाना में पुल की जरूरत नहीं, सीएम को भी लिखा पत्र

ऐसा करें तो पुल की जरूरत ही नहीं

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राजेश अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के तहत कुछ सुझाव भी रखे। कहा कि योजनाबद्ध तरीके से इस पर काम किया जाए तो आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। साथ ही व्यापारियों का व्यापार भी बढ़ेगा। इससे पुल की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। भविष्य में बरेली में मेट्रो का भी विस्तार होना है। उस लिहाज से भी सोचा जाना चाहिए।

राजेश अग्रवाल ने ये दिए हैं सुझाव

  • चौपला चौराहा से कुतुब खाना तक सड़क का चौड़ीकरण होने के बाद पर्याप्त स्थान मिल जाएगा।
  • कुमार टॉकीज से जिला चिकित्सालय में से जमीन लेकर कुतुब खाना तक सड़क चौड़ी की जाए।
  • निष्प्रायोजन जिला चिकित्सालय की जमीन पर मल्टीस्टोरी आवास व्यापारिक केंद्र मल्टीपार्किंग बनाकर नागरिकों को सुविधा दी जा सकती है।
  • मानसिक चिकित्सालय में बने 300 बेड अस्पमताल का विस्तारीकरण कर जिला चिकित्सालय को पूरी तरह से वहां शिफ्ट किया जा सकता है।
  • वर्तमान का महिला चिकित्सालय वहीं केंद्र पर ही रहने दें इसका एक प्रवेश द्वार पश्चिम छोर पर खोलना जरूरी है क्योंकि पूर्वी छोर पर बनाया गया द्वार यातायात के लिए बाधक बन रहा है।
  • मानसिक चिकित्सालय भवन का वह हिस्सा जो निष्प्रयोज्य घोषित हो चुका है उसे 8-10 किलोमीटर दूर अच्छे वातावरण में शिफ्ट कर इस भूमि पर वर्तमान के अस्पताल का और विस्तार किया जा सकता है।

सुपर स्पेशलिटी से जोड़ सकते हैं अस्पताल को

राजेश अग्रवाल ने कहा कि शीघ्र ही बरेली में हवाई सेवा शुरू हो रही है। इस अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी सर्विसेज से जोड़ा जा सकता है। इससे बरेली वासियों की बड़ी आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि योजना अकेले अधिकारियों पर न छोड़कर जनप्रतिनिधियों से परामर्श भी लिया जाए तो निश्चित ही फलीभूत होगी।