बरेली: खनन ठेकेदार कर्मी की मौत के बाद आगजनी में प्रधान पति व पूर्व जिपं सदस्य समेत 25 अज्ञात पर मुकदमा

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली जिले के बहेड़ी में खनन ठेकेदार की मुंशी की लाश नदी में मिलने के बाद लोगों को आक्रोशित कर आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने प्रधान पति हनीफ, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण दास व उसके भाई देवीदास, मो. उमर, साकिब, जाकिर, इरफान, असलम, उस्मान समेत 20-25
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बरेली: खनन ठेकेदार कर्मी की मौत के बाद आगजनी में प्रधान पति व पूर्व जिपं सदस्य समेत 25 अज्ञात पर मुकदमा

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली जिले के बहेड़ी में खनन ठेकेदार की मुंशी की लाश नदी में मिलने के बाद लोगों को आक्रोशित कर आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने प्रधान पति हनीफ, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण दास व उसके भाई देवीदास, मो. उमर, साकिब, जाकिर, इरफान, असलम, उस्मान समेत 20-25 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों पर भीड़ को उकसाने, टेंट आदि सामान में आग लगाने व तोड़फोड़ का आरोप है।

नरायन नगला गांव में किच्छा नदी पर कुछ लोग पट्टे की आड़ में खनन कर रहे हैं। शनिवार को पट्टा ठेकेदार के साथ काम करने वाला अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र के गांव बाईकला निवासी बुंदू खान अचानक गायब हो गया। ठेकेदार के साथियों ने बुंदूं खान के घर फोन करके बताया कि वह जेसीबी पलटने के बाद से गायब है जिसपर परिजन बहेड़ी पहुंचे। ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसके बेटे को बताया कि उसके पिता की लाश नदी में उतराती मिली है। मौत की सूचना पर परिजनों ने पुलिस बुला ली। पुलिस के पहुंचने से पहले ही ठेकेदार व उसके साथी वहां से भाग गए। पुलिस ने नदी से लाश निकलवाने के बाद उसको पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इधर, गुस्साए ग्रामीणों ने ठेकेदार के कार्यालय को फूंकने की कोशिश की। सफल न होने पर उन्होंने वहां बने तम्बू में आग लगा दी।

परिजनों ने दी थी ये तहरीर

परिजनों ने ठेकेदार और उसके साथियों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दे दी। मृतक के बेटे फखरे आलम ने खनन ठेकेदार दालार बाजवा, दलिजिन्द्र पुत्रगण पप्पू बाजवा, दलवीर, दानवीर, हैप्पी, जसवीर, आसिफ, जगत, सचिन, रफीक के खिलाफ हत्या कर लाश छिपाने का आरोप लगाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में दबिश देनी शुरू कर दी है। आरोप है कि 16 जनवरी की रात 3 बजे उक्त लोगों ने उसके पिता की हत्या कर लाश नदी में फेंक दी। उसके पिता ने काम के लिए सिक्योरिटी के तौर पर ठेकेदार को 10 लाख रुपये दिए थे। काफी समय से उसके पिता को तन्ख्वाह के पैसे भी नहीं मिले थे।

समय रहते खोजते तो बच जाती जान

बताते हैं कि पोकलैंड मशीन चलाते समय अचानक बूंदू खान नदी में गिर गया था। ये बात ठेकेदार के साथ उसके कुछ साथियों को पता भी थी लेकिन उन्होंने खोजने का प्रयास ही नहीं किया। जबकि, गांव वाले लगातार हल्ला काट रहे थे कि बूंदूं खान नदी में डूबा हुआ है लेकिन किसी ने भी इसकी सुधबुध नहीं ली। अगर समय रहते उसे खोजा जाता तो वह जिंदा होता।

ठेकेदार की मर गई थी अंतरआत्मा

बूंदू यहां से ढाई सौ किलोमीटर दूर अलीगढ़ का रहने वाला था। इसलिए, ठेकेदार को मामले को दबाना काफी आसान हो गया। अपने सामने नदी में बूंदूं के समाने के बाद भी वह खामोश रहा और उसे बचाने की कोशिश ही नहीं की।

खनन माफिया की चलती है दबंगई

नरायन नगला नदी को खनन माफिया खोखला कर रहे हैं जिससे आसपास के खेतों को काफी नुकसान हो रहा है। यदि कोई किसान खनन माफिया का विरोध करता है तो माफिया पुलिस का सहारा और अपनी दबंगई के बल पर खामोश करा देते हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। यहां के अलावा टयूला,  टयूली समेत कई गांवों में जेसीबी और पोकलेन मशीन लगाकर मानक से हटकर अवैध तरीके से धड़ल्ले के साथ खनन किया जा रहा है।