Bareilly: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी चूक, एक दिन में ही मिल गए इतने मरीज

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने कई लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। कल बरेली में 99 में से 93 रिपोर्ट नेगेटिव (negative report) आयीं। लेकिन एक ही दिन में कोरोना (coronavirus) के 6 नए मरीज मिलने से जिले में हड़कंप मच गया। सभी मरीजों को बरेली के एल-1 अस्पताल बिथरी में भर्ती
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Bareilly: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी चूक, एक दिन में ही मिल गए इतने मरीज

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने कई लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। कल बरेली में 99 में से 93 रिपोर्ट नेगेटिव (negative report) आयीं। लेकिन एक ही दिन में कोरोना (coronavirus) के 6 नए मरीज मिलने से जिले में हड़कंप मच गया। सभी मरीजों को बरेली के एल-1 अस्पताल बिथरी में भर्ती कराया गया है।
Bareilly: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी चूक, एक दिन में ही मिल गए इतने मरीजजरी कारीगरों के साथ आए जिन दो प्रवासियों को जांच के बाद विभाग ने घर भेज दिया था। लेकिन कल आई रिपोर्ट में वह भी पॉजिटिव (positive) आए हैं। इसके अलावा बिहारमान नगला के युवक को भी जांच के बाद घर भेज दिया गया था। वहीं निजी वाहन से दिल्ली और राजस्थान से आए दो प्रवासी पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा हादसे में घायल हुआ एक युवक संक्रमित पाया गया है।

बता दें कि 31 मई को मोहनपुर और भमोरा के दो युवक अहमदाबाद से 28 मई को दिल्ली पहुंचे थे। वहां से टैक्सी करके दोनों युवक दो अन्य साथियों के साथ बरेली पहुंचे थे। यहां मालियों की पुलिया पहुंचे यहां से टैक्सी ड्राइवर कार लेकर वापस चला गया। इसके बाद ये चारों तीन सौ बेड अस्पताल पहुंचे और यहां चारों ने चेकअप कराया। इसके बाद दो को तीन सौ बेड अस्पताल में क्वारंटाइन (Quarantine) कर दिया गया जबकि दो अन्य को मोहनपुर स्थित घर भेज दिया गया। 31 मई को जब रिपोर्ट आई तो तीन सौ बेड में भर्ती भमोरा और मोहनपुर का युवक संक्रमित मिला। इसके बाद मोहनपुर भेजे गए युवकों को 300 बेड वाले अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया। गुरुवार को इन दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब यह घर में रहने के दौरान कितने लोगों के सपंर्क में आए इसकी छानबीन की जा रही है।

बिहारमान नगला निवासी 23 वर्षीय युवक एक जून का दिल्ली से घर कार से घर आया था। इसके बाद वह सैंपल कराने तीन सौ बेड अस्पताल जांच कराने पहुंचा। उसकी जांच के बाद उसे घर जाने के लिए कह दिया गया। युवक सैंपल देने से पहले किसी के संपर्क में नहीं आया था। लेकिन इसके बाद वह अपनी मां, दो बहनों और तीन भाइयों के संपर्क में आ गया। अगर उसे पहले ही क्वारंटाइन कर देते तो उसके परिजनों को खतरा नहीं होता।

ऐसे ही लालफाटक का युवक दिल्ली से कार किराए पर करके अपने माता पिता व दो अन्य परिजनों के साथ बरेली आया था। इसके बाद वह सभी तीन सौ बेड अस्पताल गए। जहां सभी की सैंपलिग की गई। इसके बाद युवक को तीन सौ बेड अस्पताल में कवारंटाइन कर उसके परिजनों को घर भेज दिया गया है। गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद परिजनों को तीन सौ बेड अस्पताल में क्वारंटाइन किया जा रहा है।

वहीं बाइक से दिल्ली से प्रतापगढ़ जा रहे दो चचेरे भाइयों की फरीदपुर के पास पिकअप ने टक्कर लगाने से घायल ही गए थे। उपचार के बाद उन्हें सैंपल कराने के लिए तीन सौ बेड अस्पताल भेज दिया गया। इसके बाद दोनों के सैंपल लिए गए। इनमें से 40 वर्षीय युवक की रिपोर्ट कल पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग युवक को प्रतापगढ़ शिफ्ट करने की तैयारी में हैं।

ऐसे ही स्वास्थ्य विभाग की चूक से छह प्रवासियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यदि इन सभी शंकर मित्रों को सही समय पर क्वारंटाइन कर दिया जाता तो अन्य लोगों को इसका खतरा नहीं होता। बता दें कि प्रतापगढ़ के युवक को स्वास्थ्य विभाग प्रतापगढ़ शिफ्ट करने की तैयारी में है। शेष सभी संक्रमित लोगों को एल-1 बिथरी में भर्ती कराया जा रहा है।