Bareilly: सभासद ने आशाओं को नहीं करने दिया सर्वे, कहा ये सर्वे एनआरसी का है

जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना (Corona) के भय में बैठी है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों की मानसिकता एनआरसी (NRC) पर ही अटकी हुई है। जिसके चलते ऐसे लोग क्षेत्रों में हो रहे कोरोना के लिए सर्वे (Survey) में आफत बन रहे हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य बरेली में देखने को मिला है। शाहाबाद
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Bareilly: सभासद ने आशाओं को नहीं करने दिया सर्वे, कहा ये सर्वे एनआरसी का है

जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना (Corona) के भय में बैठी है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों की मानसिकता एनआरसी (NRC) पर ही अटकी हुई है। जिसके चलते ऐसे लोग क्षेत्रों में हो रहे कोरोना के लिए सर्वे (Survey) में आफत बन रहे हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य बरेली में देखने को मिला है। शाहाबाद में सर्वे करने गए आशा कार्यकत्रियों को वहां के सभासद अब्दुल क्यूम उर्फ मुन्ना ने सर्वे नहीं करने दिया। जिसे लेकर आशा कार्यकत्रियां परेशान है।
Bareilly: सभासद ने आशाओं को नहीं करने दिया सर्वे, कहा ये सर्वे एनआरसी का हैयह जानकारी देते हुए दो आशाओं ने बताया कि हमें प्रति दिन डेढ़ सौ परिवारों का सर्वे करना होता है। यह सर्वे सभी के स्वास्थ्य के लिये कराया जा रहा है। लेकिन यहां के सभासद अब्दुल कय्यूम मुन्ना ने सभी परिवारों से कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया। साथ ही सभासद का कहना था कि यह सर्वे स्वास्थ्य का नहीं बल्कि एनआरसी का है।

जिसके बाद ‌‌सभासद अब्दुल कय्यूम का कहना है कि  आशा कार्यकत्री सभी परिवारों से आधार कार्ड (Aadhaar Card) मांग रही थीं। ‌मुझे प्रशासन की और से ऐसी कोई गाइडलाइन (Guidelines) नहीं मिली थी कि यह कार्य पार्षद को करना है। मेने कोई अनर्गल बात नहीं की है।