BAREILLY: लोगों के श्रमदान से जीवित होगी विलुप्त हो चुकी महाभारत कालीन पीलिया नदी
बरेली: महाभारत कालीन (Mahabharat period) पीलिया नदी को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश (UP) के पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह और आंवला लोकसभा सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने ब्लॉक मजगामा के गांव के खेतों में बदल चुकी नदी (River) की श्रमदान से खुदाई शुरू की गई है। विलुप्त (Extinct) हो चुकी पीलिया नदी को जीवित करने का अभियान (Campaign) चलाया जा रहा है।
इस अभियान की शुरुआत सांसद, विधायक (MP, MLA)और क्षेत्रीय जनता ने अपने श्रमदान से की है। जो इस नदी को संजीवनी देने का कार्य कर रहे हैं। 15 किलोमीटर नदी को जनता के श्रमदान से खोदा जाएगा। इसके लिए 15 दिन विधायक नदी के तटवर्ती गांवों में ही प्रवास करेंगे। पीलिया नदी (Peliya River) की खुदाई शुरू करने से पहले विधायक व सांसद ने जेसीबी मशीन, फावड़ों का जलाभिषेक कर विधिवत पूजा की। मुरादाबाद की गंगिनी नदी से शुरू होकर अरिल नदी में मिलने वाली पीलिया नदी के जीवित होने पर क्षेत्र में भूगर्भ जल स्तर (Water level) भी बढ़ेगा।