Bareilly: बेजुबानों को बचाने के लिए मासूमों की आवाज़ सुनो

Bareilly: वन्य जीवन (Wild Life) प्रकृति की अमूल्य देन है हमारे आसपास के पर्यावरण (Environment) और वेजुबान निर्जीव जंतुओं को संवेदना भरी नजरों से सबसे ज्यादा कौन देखता है, सीधा जवाब है युवा….. युवा पीढ़ी (Young generation) आसपास की प्रकृति(Nature) और बेजुबान जीवों को रहस्य की तरह देखता है। वह जब इन जीवों को स्पर्श
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Bareilly: बेजुबानों को बचाने के लिए मासूमों की आवाज़ सुनो

Bareilly: वन्य जीवन (Wild Life) प्रकृति की अमूल्य देन है हमारे आसपास के पर्यावरण (Environment) और वेजुबान निर्जीव जंतुओं को संवेदना भरी नजरों से सबसे ज्यादा कौन देखता है, सीधा जवाब है युवा…..
Bareilly: बेजुबानों को बचाने के लिए मासूमों की आवाज़ सुनोयुवा पीढ़ी (Young generation) आसपास की प्रकृति(Nature) और बेजुबान जीवों को रहस्य की तरह देखता है। वह जब इन जीवों को स्पर्श करता है, तो उसका मन गुदगुदाता है। इन्हीं चीजों को दृष्टिगत रखते हुए इस बार सोबतीस पब्लिक स्कूल (Sobtis Public School) में विश्व वन्यजीव दिवस (World Wild life day) पर कक्षा नौ के छात्र छात्राओं ने स्लोगन चित्र आदि के माध्यम से वन्य जीवों को बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया।
Bareilly: बेजुबानों को बचाने के लिए मासूमों की आवाज़ सुनोइस बार वन्यजीव दिवस पर युवाओं की आवाज को सुनो थीम को रखा गया। विद्यार्थियों ने वन्यजीवों के महत्व को समझाते हुए पृथ्वी पर वन्य जीवन को कायम रखना अत्यंत आवश्यक बताया। इस मौके पर प्रधानाचार्य गुंजन साहनी शिक्षिका अदीबा खालिद आदि मौजूद रही।