BAREILLY: पांच साल के सफल प्रयास के बाद आईवीआरआई ने बनाई जानवरों में फैल रहे वायरस को खत्म करने की वैक्सीन

बरेली: आईवीआरआई के वैज्ञानिकों (IVRI Scientists) ने जानवरों के लिए खतरनाक माने जाने वाले बैक्टीरिया की बीमारी ब्रुसेलोसिस की वैक्सीन (Brucellosis Vaccine) बना ली है। यह नई वैक्सीन अब तक जानवरों को लगाई जाने वाली ब्रुसेल्ला वैक्सीन का अपडेट संस्करण (Update Version) हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन पुरानी वैक्सीन से काफी कारगर
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BAREILLY: पांच साल के सफल प्रयास के बाद आईवीआरआई ने बनाई जानवरों में फैल रहे वायरस को खत्म करने की वैक्सीन

बरेली: आईवीआरआई के वैज्ञानिकों (IVRI Scientists) ने जानवरों के लिए खतरनाक माने जाने वाले बैक्टीरिया की बीमारी ब्रुसेलोसिस की वैक्सीन (Brucellosis Vaccine) बना ली है। यह नई वैक्सीन अब तक जानवरों को लगाई जाने वाली ब्रुसेल्ला वैक्सीन का अपडेट संस्करण (Update Version) हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन पुरानी वैक्सीन से काफी कारगर और सुरक्षित है। इस नई वैक्सीन (New Vaccine) को ब्रुसेल्ला अबार्टस एस19 डेल्टा का नाम दिया गया है।

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BAREILLY: पांच साल के सफल प्रयास के बाद आईवीआरआई ने बनाई जानवरों में फैल रहे वायरस को खत्म करने की वैक्सीन
https://youtu.be/yEWmOfXJRX8

ब्रुसेल्ला कि पहले से मौजूद वैक्सीन में खामियों को देखते हुए डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (Department of Biotechnology) ने आईवीआरआई को पांच साल का प्रोजेक्ट सौंपा था। इसकी कमान आईवीआरआई एनिमल रिप्रोडक्शन विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पल्लब चौधरी (Dr. Pranav Chaudhary) को दी गई थी। वैश्विक स्तर पर ब्रुसेल्लोसिस एक प्रमुख जुनोटिक बीमारी है।

इस बीमारी के कारण भारतीय डेयरी उद्योग (Indian Dairy Industry) को पशुओं के बांझपन, गर्भपात और कम उत्पादन की वजह से सालाना 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है। पिछले पांच साल से वैक्सीन का विभिन्न चरणों में ट्रायल किया जा रहा था। वैक्सीन के ट्रायल (Vaccine Trial) के बाद इस तकनीक को अब हरी झंडी मिल गई है। मंगलवार को आईवीआरआई और आईसीएआर (ICAR) के बड़े अधिकारियों ने वैक्सीन निर्माता कंपनी को तकनीक सौंप दी है।