BAREILLY: कोरोना के बीच मलेरिया पसारने लगा पैर, सीएमओ ने कहा ये
बरेली: प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस (Corona virus) की रोकथाम को लेकर पूरी तरह व्यस्त हैं। लेकिन इस दौरान मलेरिया के खतरनाक पैरासाइट (Parasite) को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जिले में मलेरिया ने भी अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। इस महीने मलेरिया के बेहद कम मरीज सामने आए हैं लेकिन इसकी वजह है जांच न हो पाना है। ऐसे में विभाग को मलेरिया की रोकथाम के लिए भी तैयारी करनी होगी।
2018 में जिले में अचानक मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी जो साल भर में 37 हजार से अधिक पहुंच गई। जिसमें खतरनाक मलेरिया पैरासाइट प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम (Parasite Plasmodium falciparum) के 17 हजार मामले सामने आए थे। बीस हजार लोग प्लाज्मोडियम वाईवेक्स (Plasmodium Vivax) की चपेट में आए थे। जिसके चलते कई लोगों की मौत भी हुई थी। 2019 में मलेरिया के मामले बढ़कर 47 हजार पहुंच गए। इसमें पीएफ के करीब 12 हजार तथा पीवी 34 हजार मामले सामने आए थे। जिले के रामनगर, फरीदपुर, भमोरा, मझगवां, मीरगंज, क्यारा, भोजीपुरा व फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक में इसका ज्यादा असर देखने को मिला था।
मलेरिया विभाग के पास 30 लैब असिस्टेंट (Lab assistant) व 16 लैब टेक्नीशियन (Lab technician) हैं। जिन्हें कोरोना के लिए लगा दिया गया है। सीएमओ विनीत शुक्ला ने बताया कि कोरोना के साथ-साथ मलेरिया से बचाव के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। विश्व मलेरिया दिवस पर लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक किया जाएगा। मलेरिया से बचाव के लिए लोगों को साफ-सफाई के बारे में जानकारी दी गई है।