BAREILLY: कागजों में ही सिमट के रह गया जुबली पार्क का नामोनिशान, अब खोजबीन कर रहा है प्रशासन

बरेली: नजूल की जमीनों के विवादित मामलों (Disputed Matters) में रसूखदार फायदा उठाते रहे हैं। अक्षय बिहार और गायब हो चुके जुबली पार्क (Jubilee Park) सभी नजूल के मामले हैं। शहर के बीचों-बीच सिविल लाइंस (Civil lines) के क्षेत्र में पांच हेक्टर से भी ज्यादा क्षेत्रफल में जुबली पार्क था। जिसका अब नामोनिशान भी मिट
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BAREILLY: कागजों में ही सिमट के रह गया जुबली पार्क का नामोनिशान, अब खोजबीन कर रहा है प्रशासन

बरेली: नजूल की जमीनों के विवादित मामलों (Disputed Matters) में रसूखदार फायदा उठाते रहे हैं। अक्षय बिहार और गायब हो चुके जुबली पार्क (Jubilee Park) सभी नजूल के मामले हैं। शहर के बीचों-बीच सिविल लाइंस (Civil lines) के क्षेत्र में पांच हेक्टर से भी ज्यादा क्षेत्रफल में जुबली पार्क था। जिसका अब नामोनिशान भी मिट चुका है। पार्क की सीमाओं में गिरी जमीन पर संजय कम्युनिटी हॉल, एलन क्लब, फायर ब्रिगेड, मेयर आवास बनाया जा चुका है।

 

BAREILLY: कागजों में ही सिमट के रह गया जुबली पार्क का नामोनिशान, अब खोजबीन कर रहा है प्रशासन

पहले जुबली पार्क के एरिया का सर्वे (Survey) होगा इसके बाद अक्षय बिहार सर्वे रिपोर्ट आएगी। पूरे प्रदेश में नजूल रिकॉर्ड कलेक्ट्रेट (Collectorate) में रखा जाता है, लेकिन बरेली में इसे नगर निगम (Municipal Council) में रखा गया है। जिलाधिकारी (DM) को शिकायतें मिलने के बाद उन्होंने नजूल भूमि का सर्वे करने का आदेश दिया था। डीएम नितीश कुमार शहर की नजूल भूमि के सर्वे कराने की तैयारी कर रहे हैं। एडीएम एफआर मनोज कुमार ने नायब तहसीलदार, लेखपाल और नगर निगम से संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के साथ बैठक की। सर्वे के अंतिम ब्लू प्रिंट के साथ अगले सप्ताह बैठक की जाएगी।