BAREILLY: अब नहीं बैठना पड़ेगा कबाड़ बोगियों में, बन रहे हैं ऐसे कोच

पूर्वोत्तर रेलवे (North eastern Railway) इन दिनों बंद चल रही ट्रेनों का सही इस्तेमाल कर रहा है। सभी मंडलों में रेल क्रॉसिंंग (rail crossing) से लेकर रेलपथ मरम्मत का कार्य लगभग जहां पूरा हो चुका है, वहीं अब समय से पहले खराब हो चुके यात्री कोचों को भी दुरुस्त कराने का काम हो रहा है।
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BAREILLY: अब नहीं बैठना पड़ेगा कबाड़ बोगियों में, बन रहे हैं ऐसे कोच

पूर्वोत्तर रेलवे (North eastern Railway) इन दिनों बंद चल रही ट्रेनों का सही इस्तेमाल कर रहा है। सभी मंडलों में रेल क्रॉसिंंग (rail crossing) से लेकर रेलपथ मरम्मत का कार्य लगभग जहां पूरा हो चुका है, वहीं अब समय से पहले खराब हो चुके यात्री कोचों को भी दुरुस्त कराने का काम हो रहा है। रेल बोर्ड (rail board) ट्रेनें चलाने के लिए हरी झंडी देगा, तो अधिकांश ट्रेनों के कोचों में काफी बदलाव देखने को मिलेगा।
BAREILLY: अब नहीं बैठना पड़ेगा कबाड़ बोगियों में, बन रहे हैं ऐसे कोच
इज्जतनगर मंडल का यांत्रिक वर्कशॉप (mechanical workshop) अभी तक जहां सिर्फ बोगियों की मेंटीनेंस करता था, वहीं अब मेकेनिकल वर्कशॉप वेंटिलेटर (12 से 14 साल पुरानी) पर आ चुकी बोगियों को संजीवनी देगा। बदलाव के बाद यह बोगियां चमचमाती नजर आएंगी। यह सब कोच री-फरबिशममेंट (coach refurbishment) के तहत होगा। इसमें कोच का बेस तो वही रहेगा पर इंटीरियर यानी सीट से लेकर फ्लोर बेस और छत सबकुछ बदला नजर आएगा।

इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना को पहले चरण में 84 बोगियों के कोच के नवीनीकरण का जिम्मा मिला है। इन सभी बोगियों को अक्टूबर तक तैयार कर बिल्कुल नया कर दिया जाएगा। कोच में सीट से लेकर लाइट,पंखा, टॉयलेट (light, fans and toilets) तक को दुरुस्त किया जाएगा। कारखाना के इंजीनियरों के मुताबिक दुरुस्त होने के बाद इनमें यात्रा बेहद आरामदायक हो जाएगी। जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।

कोच नवीनीकरण के तहत इसमें कहीं भी स्क्रू या हुक नहीं दिखेगा। पूरी फीङ्क्षटग स्मार्ट तरह से की जाएगी। यहां तक की बोगियों में सीट के कलर की ही फ्लोङ्क्षरग और सीङ्क्षलग करने की तैयारी है। कारखाना में आने वाले जनरल कोच की भी सीटों को दुरुस्त किया जाएगा। इसके तहत कोच में जो पुराने फोम लगे हैं उसे हटाकर अब और मोटा फोम लगाया जाएगा। जिससे यात्रियों को बैठने आदि में आसानी हो।

जनसंपर्क अधिकारी इज्जतनगर मंडल राजेंद्र सिंह ने बताया कि समय से पहले कबाड़ हो चुकी यात्री बोगियों को वर्कशॉप में संजीवनी देने का काम किया जाएगा। अभी पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय से कुल 84 कोच नवीनीकरण के लिए मिले हैं।
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BAREILLY: अब नहीं बैठना पड़ेगा कबाड़ बोगियों में, बन रहे हैं ऐसे कोच                    https://youtu.be/yEWmOfXJRX8