BAREILLY: अब इन दो संस्‍थाओं के छात्र मिलकर करेंगे रिसर्च

बरेली: आईवीआरआई बरेली ((IVRI Bareilly) और रानी लक्ष्मी बाई सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी झांसी (Rani Laxmi Bai Central Agricultural University Jhansi) के छात्र-छात्राएं अब एक साथ मिलकर रिसर्च (Research) व पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए दोनों संस्थाओं (institutions) ने मेमोरंडम ऑफ अंडरटेकिंग (एमओयू) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आईवीआरआई ने एमओयू (MOU) तैयार करके रानी
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BAREILLY: अब इन दो संस्‍थाओं के छात्र मिलकर करेंगे रिसर्च

बरेली: आईवीआरआई बरेली ((IVRI Bareilly) और रानी लक्ष्मी बाई सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी झांसी (Rani Laxmi Bai Central Agricultural University Jhansi) के छात्र-छात्राएं अब एक साथ मिलकर रिसर्च (Research) व पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए दोनों संस्थाओं (institutions) ने मेमोरंडम ऑफ अंडरटेकिंग (एमओयू) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आईवीआरआई ने एमओयू (MOU) तैयार करके रानी लक्ष्मीबाई यूनिवर्सिटी के निर्देशक को भेज दिया है वहां से हां होते ही छात्र एक दूसरे के संस्थान में आना जाना शुरू कर सकते है।
BAREILLY: अब इन दो संस्‍थाओं के छात्र मिलकर करेंगे रिसर्चआईवीआरआई की नयी-नयी रिसर्च (Research) देशभर के अच्छे संस्थानों में शामिल है। इस संस्‍थान में लगभग 700 छात्र-छात्राएं अलग-अलग कोर्सों (Courses) में पढ़ते हैं। अनेकों विदेशी छात्र (Foreign Student) भी यहां आकर रिसर्च करते हैं। यह संस्थान दूसरे केंद्रीय (Central) और राज्य यूनिवर्सिटी (State University) की नई टेक्नोलॉजी (New Technology) को लेकर 17 एमओयू कर चुका है। इसी प्रक्रिया में अब रानी लक्ष्मी बाई सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी झांसी से एमओयू की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।

आईवीआरआई के निर्देशक डॉ. राजकुमार सिंह ने बताया कि दोनों संस्थानों के बीच एकेडमिक रिसर्च (Academic Research) और टीचिंग (Teaching) को एमओयू किया जा रहा है। इससे दोनों संस्थानों के छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। साथ ही वह कृषि और पशुओं पर होने वाली रिसर्च की नई तकनीकी के बारे में भी जान सकेंगे। आचार्य नरेंद्र देव यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी फैजाबाद के साथ भी एमओयू को लेकर बातचीत शुरू को गयी है।