बनबसा- आर्मी में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में माहिर नटवरलाल चड़ा पुलिस के हत्थें, ऐसे देता था सेना को धोखा

Army Fraud, बनबसा में चल रही कुमाऊं के 6 जिलों की आर्मी भर्ती कैंप में फर्जी दस्तावेजों के जरिए भर्ती कराने का मामला प्रकाश में आया है। यह फर्जीवाड़ा बागेश्वर और अल्मोड़ा जिलें की भर्ती के दौरान पकड़ा गया। बता दें कि बनबसा आर्मी इंटेलिजेंस ने सात लड़कों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया
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बनबसा- आर्मी में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में माहिर नटवरलाल चड़ा पुलिस के हत्थें, ऐसे देता था सेना को धोखा

Army Fraud, बनबसा में चल रही कुमाऊं के 6 जिलों की आर्मी भर्ती कैंप में फर्जी दस्तावेजों के जरिए भर्ती कराने का मामला प्रकाश में आया है। यह फर्जीवाड़ा बागेश्वर और अल्मोड़ा जिलें की भर्ती के दौरान पकड़ा गया। बता दें कि बनबसा आर्मी इंटेलिजेंस ने सात लड़कों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है।

बनबसा- आर्मी में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में माहिर नटवरलाल चड़ा पुलिस के हत्थें, ऐसे देता था सेना को धोखा

पकड़े गए युवक यूपी और हरियाणा के अलग-अलग ज़िलों से भर्ती में आए थे। जानकारी मुताबिक इन युवकों को भर्ती का झांसा दिया गया था। जिसके लिए कई लाख रुपये भी वसूल लिए गए थे। भर्ती होने आए युवकों की निशान देही पर मुख्य आरोपी और उसके दो सहायक को भी पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है।

बुलंदशहर में तैयार किया बागेश्वर का डोमोसाइल

यूपी के शाहजहांपुर, बुलंदशहर, ग़ाजियाबाद और हरियाणा के पलवल समेत कई ज़िलों से आए इन युवकों की चाहत थी आर्मी में भर्ती होना। लेकिन फर्जीवाड़े का शिकार हो कर गिरफ़्तार हो गए। पकड़े गए युवकों ने पुलिस को बताया कि आर्मी में भर्ती करवाने का झांसा देकर उनसे फ़र्ज़ीवाड़ा करने वाले गिरोह ने डेढ़ लाख रुपये वसूले हैं। इन लोगों को यकीन दिलाया गया था कि उन्हें आर्मी में भर्ती कर लिया जाएगा। हरियाणा के पलवल से भी एक युवक को गिरोह के सरगना महेंद्र ने झांसा दिया था। जिसके लिए पहले उसके बुलंदशहर में फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनाए। फिर बागेश्वर का डोमोसाइल।

बनबसा- आर्मी में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में माहिर नटवरलाल चड़ा पुलिस के हत्थें, ऐसे देता था सेना को धोखा

4-5 लड़कों की करा चुका है भर्ती

वही दस्तावेज पूरे होने पर सभी को भर्ती के लिए बनबसा भेज दिया। पुलिस जानकारी अनुसार यूपी में कम्प्यूटर से महेंद्र उत्तराखंड के फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनवाता था। वही गिरोह के सरगना महेंद्र की माने तो वह भर्ती करवाने के नाम पर एक से डेढ़ लाख रुपये लेता था। उनसे दावा किया कि यूपी में वह 4-5 लड़कों को आर्मी में भर्ती भी करवा चुका है।