भारत में एक ऐसी जगह जहां चीनी 200 रुपये किलो, तो नमक 150 रुपये किलो, हालात ऐसे कि आप सोच भी नहीं सकते

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : सुविधाओं के बढ़ते आधार के बीच भारत में एक ऐसी जगह भी हैं जहां के लोग भीषण महंगाई का सामना कर रहे हैं और सुविधाओं से भी महरूम हैं। रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के विजय नगर इलाके में रहने वाले लोगों को नमक व चीनी की बेहद ही ज्यादा
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भारत में एक ऐसी जगह जहां चीनी 200 रुपये किलो, तो नमक 150 रुपये किलो, हालात ऐसे कि आप सोच भी नहीं सकते

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : सुविधाओं के बढ़ते आधार के बीच भारत में एक ऐसी जगह भी हैं जहां के लोग भीषण महंगाई का सामना कर रहे हैं और सुविधाओं से भी महरूम हैं। रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के विजय नगर इलाके में रहने वाले लोगों को नमक व चीनी की बेहद ही ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही हैं क्योंकि यहां नमक व चीनी का दाम दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा हैं। इस इलाके में नमक 150 रुपये प्रति किलो और चीनी 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। खास बात यह है कि इस इलाके में रहनेवाले लोग भूतपूर्व सैनिक या उनके परिजन हैं।

भारत में एक ऐसी जगह जहां चीनी 200 रुपये किलो, तो नमक 150 रुपये किलो, हालात ऐसे कि आप सोच भी नहीं सकते

पीसीओ पर 5 रुपए पर मिनट की कॉल

महंगाई का यह आलम है कि जब उन्हें स्थानीय पीसीओ से कॉल करना होता है, तो 5 रुपए प्रति मिनट की दर से होती है। यहां के लोगों की प्रतिदिन की आय 200 रुपए है और वे 150 प्रति किलोग्राम में जरूरी सामान खरीदते हैं। इस बस्ती के आसपास कोई अस्पताल नहीं है और जो है वो 200 किमी दूर है। रास्ते इतने दुरूह हैं कि यहां पर केवल वायुमार्ग के माध्यम से पहुंच सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार लोकल लोगों ने कहा कि यहां परिवहन, चिकित्सा और भोजन की सुविधाएं हमारी प्रमुख समस्याएं हैं। नमक और अन्य सामान बहुत महंगा है। मरीजों को अस्पताल तक जाने के लिए इंतजार करना पड़ता है।

भारत में एक ऐसी जगह जहां चीनी 200 रुपये किलो, तो नमक 150 रुपये किलो, हालात ऐसे कि आप सोच भी नहीं सकते

सीमित संसाधनों में रहने को मजबूर

परेशानी केवल नमक या चीनी के दामों को लेकर नहीं है, बल्कि बाकी सुविधाओं की भी कमी है। रिपोर्ट के मुताबिक, चिकित्सा सुविधाएं भी एक दम बेकार हैं। पास में कोई अस्पताल नहीं है और वहां एक अस्पताल है जो 200 किमी दूर है। वहां भी केवल वायुमार्ग के जरिए पहुंच सकते हैं। वहां के निवासियों का कहना है कि वहां परिवहन, चिकित्सा और भोजन की सुविधाएं हमारी प्रमुख समस्याएं हैं। वहां के एक स्थानीय व्यक्ति ने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए एक स्कूल शुरू किया है। उन्होंने बताया कि वहां रह रहे लोगों के लिए शिक्षा एक बड़ी समस्या है। वहां कोई अच्छे स्कूल भी नहीं है। उनकी पत्नी और उन्होंने बच्चों को शिक्षित करके इस समस्या को सुलझाने के लिए स्कूल खोला है। हालांकि वो केवल एक प्राथमिक विद्यालय है।