उत्तराखंड - B. R. Ambedkar Jayanti : डॉ. आंबेडकर की 130वीं जयंती, जानिए उनके  प्रेरणादायी विचारों को

 
उत्तराखंड - B. R. Ambedkar Jayanti : डॉ. आंबेडकर की 130वीं जयंती, जानिए उनके प्रेरणादायी विचारों को

B.R. Ambedkar Jayanti 2021 : भारतीय संविधान के जनक भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के छोटे से गांव महू में हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था ।  वे अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे ।  डॉ बी आर आंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता और आजाद भारत के पहले कानून एवं न्याय मंत्री थे। दलित वर्ग को समानता दिलाने के लिए वो आजीवन प्रयासरत रहे, अंबेडकर दलित बौद्ध आंदोलन के पीछे की ताकत थे। बाबा साहेब ने हिंदू जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ी और छुआछूत के खिलाफ भेदभाव का विरोध किया। यह एक अर्थशास्त्री, राजनेता और समाज सुधारक थे जिन्होंने महिलाओं और मजदूरों के अधिकारों की भी वकालत की । 

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के अनमोल विचार l Baba Saheb Bhimrao Ambedkar Quotes  in Hindi

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के प्रेरणादायक विचार : 

अगर मुझे लगता है कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो मैं सबसे पहले इसे जलाऊंगा।

मैं ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाए।

धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।

जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है, वो आपके किसी काम की नहीं। 

कानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा जरूर दी जानी चाहिए।

समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर भी इसे एक गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा ।

यदि आप मन से स्वतंत्र हैं तभी आप वास्तव में स्वतंत्र हैं।

शिक्षा महिलाओं के लिए भी उतनी ही जरूरी है जितनी पुरुषों के लिए

यदि हम आधुनिक विकसित भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों को एक होना पड़ेगा।

धर्म मनुष्य के लिए बना है न कि मनुष्य धर्म के लिए।