किच्छा - पाल सुमीरा रेजिडेंसी में मंदिर निर्माण कार्य का हुआ शुभारंभ, आधुनिकता और अध्यात्म का संतुलित मेल है टाउनशिप
किच्छा - पाल सुमीरा रेजिडेंसी में मंदिर निर्माण का भूमि पूजन बड़े ही विधि-विधान और पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम ने न केवल कॉलोनी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया, बल्कि आने वाले समय में एक संतुलित एवं आध्यात्मिक जीवनशैली की मजबूत नींव भी रखी। भूमि पूजन का आयोजन सुरेश पाल, मीरा पाल, प्रतीक पाल और तुषिका पाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्र के गणमान्य लोग एवं एस.एम. पाल ग्रुप के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनकी मौजूदगी ने आयोजन की गरिमा को और अधिक बढ़ा दिया।
रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स में धार्मिक स्थलों को अक्सर प्राथमिकता नहीं दी जाती, लेकिन पाल सुमीरा रेजिडेंसी ने शुरुआत से ही समुदाय और आध्यात्मिक मूल्यों को विकास के केंद्र में रखा है। प्रबंधन का मानना है कि भविष्य में यहां बसने वाली आबादी को न केवल आधुनिक सुविधाओं की आवश्यकता होगी, बल्कि सामुदायिक एकजुटता, सांस्कृतिक गतिविधियों और शांत वातावरण की भी जरूरत होगी। इसी सोच के तहत मंदिर का निर्माण इस टाउनशिप का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है।
परियोजना से जुड़े प्रतीक पाल ने बताया कि विकास केवल इमारतों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि ऐसा माहौल तैयार करना जरूरी है जहां आधुनिकता और अध्यात्म का संतुलित मेल मिले। मंदिर निर्माण इसी व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो समाज में शांति, सद्भाव और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करेगा। मंदिर निर्माण की शुरुआत के साथ ही पाल सुमीरा रेजिडेंसी ने अपने विकास के नए अध्याय में प्रवेश कर लिया है—एक ऐसा अध्याय, जो सिर्फ आधारभूत संरचनाओं का नहीं बल्कि एक संपूर्ण और सुविचारित जीवनशैली का निर्माण करेगा।