Goa Night Club Fire - गोवा नाईट क्लब में उत्तराखंड के पांच नहीं नौ लोगों की दर्दनाक मौत! कोई रोजी रोटी तो कोई घूमने गया था 
 

 

Goa Night Club Fire - गोवा के अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन' नाइटक्‍लब में भीषण आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई। मरनेवालों में 20 गोवा के नाइट क्लब में काम करने वाले कर्मचारी थे, जो अलग- अलग राज्यों से यहां कमाने आए थे। उम्र भी किसी की 20 तो किसी की 25,  सोचिए कोई उत्तराखंड से था तो कोई झारखण्ड या दिल्ली से, परिवारवालों को क्या पता था कि जिन बच्चों को कमाने के लिए खुद से दूर भेज रहे हैं, वे शवों के रूप में उनसे मिलेंगे। 

दरअसल, गोवा के नाइट क्लब में लगी आग में उत्तराखंड के भी पांच लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा आधिकारिक रूप से पांच है पर बताये नौ जा रहे हैं इनमें से पांच उस क्लब में कर्मचारी थे, जहां आग लगी। इसमें जान गंवाने वालों में जितेंद्र सिंह, सुमित नेगी, मनीष सिंह, सतीश सिंह और सुरेंद्र सिंह शामिल हैं। इनमें मनीष सिंह चंपावत के रहने वाले थे। जबकि, जितेंद्र और सतीश सिंह टिहरी के रहने वाले थे।

उत्तराखंड के चार पर्यटक भी जिंदा जले - 
गोवा में हुए क्लब हादसे में जान गंवाने वालों में चारों पर्यटक मूल रूप से उत्तराखंड के रानीखेत क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जबकि अधिकारिक रूप से इन्हें दिल्ली का दर्शाया गया है। मृतकों की पहचान अनीता जोशी, सरोज जोशी, कमला जोशी और विनोद जोशी के रूप में हुई है। मृतक सूची में दर्ज जानकारी के अनुसार, ये सभी चारों दिल्ली से गोवा घूमने के लिए पहुंचे थे, जहां यह दर्दनाक हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार ये सभी एक ही परिवार या रिश्तेदारी से जुड़े थे और छुट्टियां मनाने गोवा आए थे। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने मृतकों की पहचान कर परिजनों को सूचना दे दी है। रानीखेत क्षेत्र में भी इन चारों की मौत की खबर से शोक का माहौल है।

सीएम धामी ने की गोवा के सीएम प्रमोद सावंत से वार्ता - 
गोवा के अरपोरा क्षेत्र में हुए गंभीर नाइटक्लब अग्निकांड को लेकर प्राप्त मीडिया रिपोर्टों और स्थानीय स्तर की सूचनाओं के अनुसार, इस घटना में उत्तराखंड के कुछ नागरिकों के संभावित रूप से प्रभावित होने की आशंका थी। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सीएम धामी ने गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत से फोन पर वार्ता कर जानकारी प्राप्त की थी।

सीएम धामी ने गोवा सरकार से अनुरोध किया था कि यदि किसी भी प्रभावित व्यक्ति की पहचान उत्तराखंड निवासी के रूप में होती है, तो उनके परिजनों से तुरंत संपर्क स्थापित किया जाए और आवश्यक सहायता विशेष रूप से पहचान, उपचार, सहायता राशि और अन्य औपचारिकताओं को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जाए। उत्तराखंड के रानीखेत और चंपावत क्षेत्र में मृतकों के परिजनों में शोक का माहौल है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस घटनास्थल पर जांच और राहत कार्य में जुटी है।