उत्तराखंड - पंचायत चुनाव ड्यूटी में लापरवाही पर एक्शन, ग्राम विकास अधिकारी समेत दो और कर्मचारी निलंबित

 

उत्तराखंड - उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियां जहां तेज़ी पर हैं, वहीं इस प्रक्रिया में गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में चुनाव ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले तीन सरकारी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इनमें एक ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) और दो अन्य कर्मचारी शामिल हैं।

लगातार गैरहाजिर रहने पर ग्राम विकास अधिकारी निलंबित - 
जानकारी के मुताबिक, पौड़ी जिले के थलीसैंण विकासखंड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी उमेश कोठारी लंबे समय से अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित चल रहे थे। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर डीडीओ कार्यालय से अटैच कर दिया है। खंड विकास अधिकारी थलीसैंण को उनके विरुद्ध आरोपपत्र जारी करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

नशे की हालत में प्रशिक्षण पहुंचे कर्मचारी, तुरंत निलंबन - 
पंचायत चुनावों के लिए 17 जुलाई को हुए मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण में दो कर्मचारियों को नशे की हालत में पाया गया। फॉरेस्ट विभाग के डाकिया अनिल कुमार मैठाणी पौड़ी में शराब के नशे में प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे, जबकि नैनीडांडा क्षेत्र के दिगोली प्राइमरी स्कूल में तैनात सहायक शिक्षक आनंद सिंह रावत को प्रशिक्षण स्थल की सीढ़ियों पर बेसुध पाया गया।

इस अनुशासनहीनता पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

प्रशासन सख्त, चुनाव में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त - 
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर लापरवाही, अनुशासनहीनता या गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को क़तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संबंधित विभागों को सतर्क रहने और कर्मियों की नियमित निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।