हल्द्वानी- पूर्व राज्यमंत्री अब्दुल मतीन सिद्धिकी ने ज्वाइन की सपा , देखिए मतीन ने क्यों पहले कांग्रेस और अब उवैसी की पार्टी छोड़कर सपा में ली राहत 

 
हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी का लखनऊ से वापसी पर समाजवादी पार्टी उत्तराखंड का प्रभारी नियुक्त होने पर हल्द्वानी मंडी गेट पर फूल माला ओं से  लादकर हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी का स्वागत किया गया स्वागत में सैकड़ों स्कूटर मोटरसाइकिल व कारों के काफिले के साथ मंडी गेट से सिंधी चौराहा नैनीताल रोड एसडीएम कोर्ट होते हुए प्रेम टॉकीज रोडवेज चौराहा रेलवे बाजार होते हुए ताज चौराहा लाइन नंबर 8 लाइन नंबर 12 इंदिरा नगर बड़ी रोड होते हुए लाइन नंबर 17 में अब्दुल मतीन सिद्दीकी के निवास पर समापन हुआ

मतीन सिद्धिकी का राजनैतिक सफर

अपने भाई अब्दुल रऊफ सिद्धिकी की मौत के बाद मतीन ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की. और देखते ही देखते मतीन ने आमजनता की नजर में अपना अच्छा खासा मुकाम हासिल कर लिया. अक्सर बेस अस्पताल में मरीजो का मुफ्त उपचार कराकर लोगों की काफी दुआएं भी ली. पार्टी ने मतीन को उत्तराखंड प्रदेश के महासचिव पद की कमान सौपी क्योंकि मतीन मुलायम सिंह के काफी चाहेतो में गिने जाते है.2 बार विधानसभा और 2018 हल्द्वानी नगर निगम में मेयर का चुनाव भी लड़ा लेकिन कामयाब नहीं हुए. मतीन कांग्रेस पार्टी में चले गए जहां उन्हें सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा भी मिला. लेकिन कांग्रेस से उनका 2 साल बाद ही मोह भंग हो गया और उन्होंने 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में असऊदीन की पार्टी एआईएमआईएम से चुनाव लड़ा और बुरी तरह हार गए. मतीन सिद्धिकी ने एआईएमआईएम को बाय बाय कह डाला और समाजवादी पार्टी में उत्तराखंड के प्रभारी के पद पर नियुक्त हो गए.

भाजपा कांग्रेस पार्टी पर बरसे

 सैकड़ों की तादाद में अब्दुल मतीन सिद्दीकी के समर्थक नारेबाजी करते रहे जुलूस के समापन के बाद हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा उत्तराखंड में भाजपा व कांग्रेसी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं दोनों बारी बारी से नूरा कुश्ती लड़ रहे हैं जनहित के मुद्दों एवं जन समस्याओं से इन दोनों को कोई लेना देना नहीं है यहां की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है उनके समस्याओं को उठाने वाले कोई नहीं है अब जनता की समस्याओं को उठाने के लिए अब समाजवादी पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ेगी जनता की हर समस्या को मजबूती के साथ उठाया जाएगा.

 स्वागत समारोह में मुख्य रूप से जावेद सिद्दीकी अरशद अयूब पार्षद इस्लाम मिकरानी पार्षद रईस अहमद रईस अहमद गुड्डू हाजी उमेर सिद्दीकी अलीम अंसारी अजय अग्रवाल ठाकुर इमरान खान बलवीर सिंह जमील मकरानी सईद अख्तर विक्की खान रिहान मलिक जरार अहमद शकील अंसारी  राजू सिद्दीकी मारूफ अंसारी जावेद  मकरानी नदीम खान समी वारसी सरवर जावेद शमी उर्फ छममू अर्जुन नदीम अंसारी दीपक   समीर मकरानी रिजवान अंसारी सैकड़ों लोग मौजूद थे