टीपीसीसी प्रमुख ने वेंकट रेड्डी के खिलाफ टिप्पणी करने की बात से किया इनकार

हैदराबाद, 5 अगस्त (आईएएनएस)। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की।
 
हैदराबाद, 5 अगस्त (आईएएनएस)। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की।

रेवंत रेड्डी का स्पष्टीकरण तब आया, जब वेंकट रेड्डी ने भाई कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के पार्टी से इस्तीफे की प्रतिक्रिया के दौरान की गई अपनी टिप्पणी में गलती पाई।

वेंकट रेड्डी ने टीपीसीसी प्रमुख की उस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसमें कथित तौर पर दोनों भाइयों का जिक्र किया गया था। वेंकट रेड्डी ने रेवंत रेड्डी से माफी की भी मांग की थी।

उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग जानबूझकर उनके बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, राजगोपाल रेड्डी ने कांग्रेस पार्टी को धोखा दिया है, जबकि वेंकट रेड्डी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। वे दो अलग-अलग लोग हैं।

वेंकट रेड्डी को अपना भाई बताते हुए रेवंत रेड्डी ने उनसे आग्रह किया कि वे कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास न करें।

विधायक राजगोपाल रेड्डी ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी और राज्य विधानसभा दोनों से इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने संकेत दिया है कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे।

राजगोपाल रेड्डी के इस्तीफे के बाद रेवंत रेड्डी ने उन्हें देशद्रोही कहकर उन पर तीखा हमला बोला था। टीपीसीसी प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि राजगोपाल रेड्डी कांट्रैक्ट पाने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

राजगोपाल रेड्डी ने भी रेवंत रेड्डी पर पलटवार किया ौर उन्हें ब्लैकमेलर बताया था। विधायक ने दावा किया कि रेवंत रेड्डी केंद्र में पार्टी के कुछ नेताओं को रिश्वत देकर टीपीसीसी प्रमुख बने।

याद दिला दें कि दोनों कोमाटिरेड्डी ने रेवंत रेड्डी पर हमला किया था, जब उन्हें पिछले साल टीपीसीसी अध्यक्ष नामित किया गया था।

वेंकट रेड्डी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कुछ केंद्रीय नेताओं ने रेवंत रेड्डी को अध्यक्ष बनाने के लिए पैसे लिए। उन्होंने रेवंत रेड्डी को बाहरी व्यक्ति करार दिया था, क्योंकि उन्होंने 2017 में कांग्रेस में शामिल होने के लिए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) छोड़ दी थी।

दोनों भाइयों ने यह भी बताया था कि रेवंत रेड्डी को वोट फॉर कैश घोटाले के लिए जेल में डाल दिया गया था।

वेंकट रेड्डी ने हाल ही में रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी और दोनों नेताओं ने साथ काम करने पर सहमति जताई। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी वेंकट रेड्डी को पार्टी का स्टार प्रचारक नियुक्त किया था।

--आईएएनएस

एचके/एसकेपी