आक्‍सीजन की कमी पूरी करने को आज से आक्‍सीजन एक्‍सप्रेस (OXYGEN EXPRESS)  दौड़ाएगा रेलवे

कई राज्‍यों के शहरों तक पहुंचायी जाएगी आक्‍सीजन

 

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। देश के कई शहरों और राज्‍यों में आक्‍सीजन की कमी पूरी करने के लिए रेलवे ने नई व्‍यवस्‍था लागू करके नई पहल की है। रेलवे ने आक्‍सीजन की सप्‍लाई के लिए आक्‍सीजन एक्‍सप्रेस दौड़ाने का फैसला किया है। आज सोमवार से रेलवे की आक्‍सीजन एक्‍सप्रेस कई शहरों में आक्‍सीजन सप्‍लाई के लिए शुरू हो जाएगी। यह आक्‍सीजन एक्‍सप्रेस ग्रीन कारिडोर के जरिए महाराष्‍ट्र, मध्‍यप्रदेश, गुजरात, दिल्‍ली और यूपी के कई शहरों में आक्‍सीजन सप्‍लाई करके आक्‍सीजन की किल्‍लत को समाप्‍त करने में सहयोग देगी। दरअसल कई राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से आक्‍सीजन की कमी पूरा करने को लेकर पत्र लिखे थे और इस समस्‍या का समाधान निकालने की मांग की थी।

जिसके बाद केन्‍द्र सरकार ने देश के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में 162 प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की पहल की है। वहीं, रेलवे ने आज से ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए विशेष रेलगाड़ी चलाने की घोषणा की है। रेलवे देशभर में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन तथा ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति के लिए सोमवार से 'ऑक्सीजन एक्सप्रेस' चलाएगी. रेलवे अफसरों ने रविवार को इसकी जानकारी दी। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में 162 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का कार्य चल रहा है और 24 घंटे का प्रकोष्ठ राज्यों के साथ समन्वय कर रहा है। मंत्रालय ने ट्वीट किया कि इनसे मेडिकल ऑक्सीजन क्षमता 154.19 एमटी (मीट्रिक टन) बढ़ जाएगी. पीएसए संयंत्र ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं और अस्पतालों को चिकित्सा ऑक्सीजन की अपनी जरूरत के संदर्भ में आत्मनिर्भर बनने में मदद करते हैं. इनसे चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर नेशनल ग्रिड पर बोझ भी घटेगा।

मंत्रालय ने इससे पहले 50,000 मीट्रिक टन चिकित्सा ऑक्सीजन के आयात के लिए निविदा निकालने का निर्णय लिया है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर दवा का उत्पादन दोगुना करने, निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति करने और कोविड-19 टीका मुहैया कराने के साथ-साथ स्वास्थ्य अवसंरचना को बढ़ाने के लिए राज्यों की पूरी मदद की जा रही है।

ऑक्सीजन के औद्योगिक इस्तेमाल पर रोकसभी राज्यों को भेजे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी और इस कारण मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के मद्देनजर केंद्र सरकार की तरफ से गठित उच्चाधिकार प्राप्त एक समिति ने औद्योगिक इस्तेमाल के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति की समीक्षा की है ताकि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग पूरी की जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके। इसी के मुताबिक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 22 अप्रैल से निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा औद्योगिक उद्देश्य के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति अगले आदेश तक प्रतिबंधित कर दी है।